कॉल सेंटर से आए फोन तो बचे रहें बेरोजगार, नौकरी दिलाने का लालच देकर हसीनाएं खाली करा रही हैं बैंक-बैलेंस  

November 26, 2021 by No Comments

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 लखनऊ। कोरोना महामारी के दौरान बड़ी संख्या में बेरोजगार घूम रहे युवाओं को इधर तेजी से फर्जी कॉल सेंटर निशाना बना रहे हैं। बेरोजगारों को नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों की ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश अलीगंज पुलिस ने मंगलवार को किया। यह काम एक फर्जी कॉल सेंटर से किया जा रहा था। कॉल सेंटर में काम करने वाली युवतियां लोगों को फोन कर रोजगार दिलाने के नाम पर उनके बैंक एकाउंट तक की जानकारी हासिल कर लेती थी। साथ ही टोकन मनी वसूल कर रफूचक्कर हो जाते थे। छापेमारी में पुलिस को उन सभी के पास से तमाम बेरोजगारों का बायोडाटा भी मिला है।

पूरे मामले की जानकारी देते हुए ज्वाइंट कमिश्नर नीलाब्जा चौधरी ने बताया कि क्राइम ब्रांच और अलीगंज पुलिस की टीम ने मुखबिर के इनपुट पर अलीगंज स्थित एक फर्जी कॉल सेंटर में छापेमारी की। फिलहाल इसके संचालक अनुज पाल को मंगलवार दोपहर गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। उन्होंने बताया कि लखीमपुर मितौली निवासी अनुज पाल पिछले काफी समय से कॉल सेंटर के माध्यम से बेरोजगारों को नौकरी दिलाने का झांसा देकर लाखों की ठगी कर रहा था। पुलिस टीम ने अनुज पाल समेत कॉल सेंटर पर काम करने वाले 11 लोगों को गिरफ्तार किया है। इसमें आठ युवतियां भी हैं। जो लोगों को मीठी बातों से जाल में फंसाकर बैंक एकाउंट की डिटेल से लेकर ओटीपी तक हासिल कर लेती थीं। फिलहाल गिरोह से जुड़े पांच सदस्यों की तलाश की जा रही है। जो इन सब की मदद कर रहे थे।

वीडियो कॉलिंग भी था युवतियों का हथियार  
अलीगंज इंस्पेक्टर पन्नेलाल यादव ने बताया कि पुलिस टीम को अलीगंज पुरनिया पेट्रोल पंप के पास कैलाश प्लाजा में फर्जी कॉल सेंटर चलने की सूचना मिली थी। जहां पर एक कॉल सेंटर के माध्यम से लोग बेरोजगारों से ठगी कर रहे थे। यहां काम करने वाली लड़कियां बेरोजगार युवकों को पहले फोन करतीं और बाद में वीडियो कॉल के माध्यम से फंसातीं और उन्हें कंपनी में नौकरी से पहले रजिस्ट्रेशन कराने की बात कह कर भरोसा दिलाती थीं। रोजगार के लिए तरस रहे युवक तुरंत उनकी बातों में आकर अपने क्रेडिट व डेबिट कार्ड की पूरी जानकारी के साथ ओटीपी तक दे देते थे। बस इसके बाद ही लड़कियों के साथ काम कर रहे साइबर ठगी करने वाले लोग बेरोजगारों का खाता साफ कर देते थे।   

ये हुए गिरफ्तार
सीतापुर मितौली का अनुज पाल, लखनऊ विकास नगर का अजय कश्यप, सीतापुर ककरघटा की रमा सिहं, बाराबंकी मोहनपुर की कोमल सिंह, लखनऊ मडियांव की जया निगम, सीतापुर मोहनपुर की रूचि तिवारी, अंबेडकरनगर चौकटंडा की सदफ, देवरिया जागौर की पूजा चौरसिया, लखीमपुर पलिया की प्रीति देवी, लखनऊ अलीगंज की पल्लवी, लखीमपुर चम्पापुर की डाली। 

इनकी है अभी तलाश 
अलीगढ़ का विशाल, पटना  का अजय हिमांशी व खुशबू की तलाश अभी पुलिस को है। ये सभी फरार चल रहे हैं।  

ये सामान हुए बरामद 
17 मोबाइल फोन, 12 कंप्यूटर सिस्टम, एक प्रिंटर, एक टीवी, एक लैपटाप, एक एलईडी लाइट, दो डिश टीवी, सेटअप बाक्स, एक डिजिटल कार्डलेस फोन, नोकिया वाईफाई सिस्टम, चार पेन ड्राइव, स्टांप पेपर व मोहर आदि।