Kuno National Park: छह महीने बाद MP के कूनो नेशनल पार्क में एक और नामीबिया चीते की मौत, PM से पता चलेगा कारण, अब तक मरे इतने leopard

January 16, 2024 by No Comments

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Kuno National Park: मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले में स्थित कूनो नेशनल पार्क में नामीबिया (Namibian leopard) से आए एक और चीता की मौत की खबर सामने आई है.. इसका नाम ‘शौर्य’ बताया गया है। फिलहाल मौत के कारणों की पुष्टि के लिए पोस्टमॉर्टम (PM) कराया जा रहा है। गौरतलब है कि, प्रोजेक्ट चीता के तहत सितंबर 2022 में आठ चीतों को नामीबिया से और 2023 की शुरुआत में 12 चीतों को दक्षिण अफ्रीका से लाया गया था और भारत आने के बाद अब तक 10 चीतों की मौत हो चुकी है। आखिरी बार कूनो में चीता की मौत की खबर दो अगस्त 2023 को आई थी और अब उसके छह महीने बाद यह बुरी खबर आई है। इसके बाद से ही वन जीव प्रेमियों में दुख की लहर दौड़ गई है.

वन विभाग के एपीसीसीएफ और डायरेक्टर लॉयन प्रोजेक्ट द्वारा जारी प्रेस नोट में इसकी जानकारी दी गई है. इसके मुताबिक बताया गया कि, मंगलवार सुबह करीब 11 बजे नामीबिया से आया चीता अचेत अवस्था में मिला था। मॉनिटरिंग टीम तत्काल हरकत में आई। उसे ट्रैंकुलाइज किया गया। कुछ देर के लिए तो उसे होश आया लेकिन कमजोरी बहुत अधिक थी। रिवाइवल के बाद भी कुछ जटिलताएं उभर आई और उसने सीपीआर को रिस्पॉन्ड करना बंद कर दिया। पोस्टमॉर्टम के बाद ही मौत के कारणों का पता चल सकेगा।

अब बचे हैं इतने चीते
मीडिया सूत्रों के मुताबिक, कूनो नेशऩल पार्क में मंगलवार को एक और चीते की मौत के बाद चीतों की तादाद घटकर अब 14 रह गई है. मालूम हो कि इसमें चार शावक भी शामिल है। तीन हफ्ते पहले ही नामीबिया से लाई गई मादा चीता आशा ने तीन शावकों को जन्म दिया था। इससे पहले मार्च 2023 में भी एक मादा चीता ने चार शावकों को जन्म दिया था, लेकिन उनमें से तीन शावकों की मौत कुछ ही महीनों में हो गई थी।

चार चीते कूनो के खुले जंगल में घूम रहे
मीडिया सूत्रों की मानें तो कूनो नेशनल पार्क के खुले जंगल में चार चीते हैं। इनमें एक मादा चीता वीरा के साथ ही तीन नर चीते अग्नि, वायु और पवन चीतें शामिल हैं तो वहीं इनमें अग्नि और पवन नाम के चीते कूनो नेशनल पार्क से बाहर बफर जोन और आस-पास के गांवों में भी घूमते हुए मिले थे। इसकी जानकारी होने के बाद इन्हें फिर से कूनो की सीमा में लाया गया था। तो इससे पहले 2023 की गर्मियों में चीतों को खुले जंगल में छोड़ दिया गया था. तब इंफेक्शन की वजह से चीतों की मौतें हुई थी। तब सभी चीतों को फिर से बाड़े में लाया गया था।

अब तक हुई इतने चीते की मौत
26 मार्च 2023: मादा साशा की मौत
23 अप्रैल 2023: नर चीता उदय की मौत
9 मई 2023: मादा चीता दक्षा की मेटिंग के दौरान मौत
23 मई 2023: ज्वाला के एक शावक की मौत
25 मई 2023: ज्वाला के दो और शावकों की मौत
11 जुलाई 2023: आपसी संघर्ष में नर चीता तेजस की मौत
14 जुलाई 2023: आपसी संघर्ष में नर चीता सूरज की मौत
02 अगस्त 2023: इंफेक्शन से मादा चीता धात्री की मौत