Navratri Special: नवरात्र में चांदी की ये सामग्री खरीद कर रखें तिजोरी में…जानें क्या होगा लाभ; पढ़ें ये 6 जरूरी बातें
Navratri Special: आचार्य विनोद कुमार मिश्र, निदेशक,भारतीय ज्योतिष अनुसन्धान संस्थान बताते हैं कि अगर आप चाहते हैं कि आपके घर में हमेशा धन-समृद्धि बनी रहे और धन की बारिश होती रहे तो नवरात्र में चांदी का स्वास्तिक, हाथी, दीपक, कलश, श्रीयंत्र या मुकुट आदि में से कोई भी एक चीज खरीद लें और इसे देवी के चरणों में रख दें।
नवरात्र के आखिरी दिन उसे गुलाबी कपड़े में बांधकर अपनी तिजोरी या पैसे रखने की जगह पर रख दें। तो वहीं नवरात्र के दिनों में तुलसी का पौधा लगाना बहुत ही शुभ माना गया है। ये उपाय चाहे शारदीय नवरात्र हो या फिर चैत्र के नवरात्र, दोनों में ही किया जा सकता है.
नवरात्र से जुड़ी 6 जरूरी बातें
नवरात्र के प्रतिदिन मां को फूलों का हार चढ़ाना चाहिए। प्रतिदिन घी का दीपक (माता के पूजन हेतु सोने, चाँदी, कांसे के दीपक का उपयोग उत्तम होता है) जलाकर माँ भगवती को मिष्ठान का भोग लगाना चाहिए। मां भगवती को इत्र विशेष प्रिय है।
माता की पूजा “लाल रंग के कम्बल” के आसन पर बैठकर करना उत्तम माना गया है
लक्ष्मी प्राप्ति के लिए नवरात्रि में पान और गुलाब की 7 पंखुरियां रखें तथा मां भगवती को अर्पित कर दें। मां दुर्गा को प्रतिदिन विशेष भोग लगाया जाता है।
नवरात्र के प्रतिदिन कंडे की धुनी जलाकर उसमें घी, हवन सामग्री, बताशा, लौंग का जोड़ा, पान, सुपारी, कर्पूर, गूगल, इलायची, किसमिस, कमलगट्टा जरूर अर्पित करना चाहिए।
प्रतिदिन कन्याओं का विशेष पूजन किया जाता है। श्रीमद्देवीभागवत पुराण के अनुसार “एकैकां पूजयेत् कन्यामेकवृद्ध्या तथैव च। द्विगुणं त्रिगुणं वापि प्रत्येकं नवकन्तु वा॥” अर्थात नित्य ही एक कुमारी का पूजन करें अथवा प्रतिदिन एक-एक-कुमारी की संख्या के वृद्धिक्रम से पूजन करें अथवा प्रतिदिन दुगुने-तिगुने के वृद्धिक्रम से और या तो प्रत्येक दिन नौ कुमारी कन्याओं का पूजन करें।
यदि कोई व्यक्ति नवरात्र पर्यन्त प्रतिदिन पूजा करने में असमर्थ हैं तो उसे अष्टमी तिथि को विशेष रूप से अवश्य पूजा करनी चाहिए। प्राचीन काल में दक्ष के यज्ञ का विध्वंश करने वाली महाभयानक भगवती भद्रकाली करोङों योगिनियों सहित अष्टमी तिथि को ही प्रकट हुई थीं।
DISCLAIMER:यह लेख धार्मिक मान्यताओं व धर्म शास्त्रों पर आधारित है। हम अंधविश्वास को बढ़ावा नहीं देते। पाठक धर्म से जुड़े किसी भी कार्य को करने से पहले अपने पुरोहित या आचार्य से अवश्य परामर्श ले लें। KhabarSting इसकी पुष्टि नहीं करता।)
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