Cold Wave: शीतलहर से बचने के लिए करें ये सरल काम, वर्ना बढ़ जाएगी 5 तरह की हेल्थ प्रॉब्लम्स

December 30, 2023 by No Comments

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Cold Wave: कड़ाके की ठंड शुरू हो चुकी है और अब ठंडी हवाएं (Cold wave) भी चलने लगी हैं, जो कि तमाम गर्म कपड़े पहन लेने के बावजूद भी शरीर में सुई की तरह चुभती है और सेहत को गंभीर नुकसान पहुंचाती है. इसलिए इससे बचने की एक्सपर्ट सलाह देते हैं. खासतौर पर मॉर्निंग वॉक पर निकलने वाले या आउटडोर में एक्सरसाइज करने वालों को ज्यादा ऐहतियात बरतने की सलाह दी जाती है. दरअसल, कोल्ड वेव को ही शीत लहर कहते हैं. इसकी वजह से कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ सकती हैं. हेल्थ एक्सपर्ट्स की अगर मानें तो, इसमें रक्त धमनियां संकुचित होने लग जाती हैं, जिससे ब्लड सर्कुलेशन प्रभावित होता है, जो हार्ट से जुडी समस्याओं को बढ़ा देता है. इसकी वजह से सांस लेने में भी तकलीफ हो सकती है. तो आइए जानते हैं कि शीतलहर से कौन-कौन सी स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं और इससे बचने के क्या उपाय हैं…

ये हो सकती हैं स्वास्थ्य समस्याएं
बहुत ज्यादा कोल्ड वेव के संपर्क में रहने से इम्यून सिस्ट कमजोर होने का खतरा रहता है. इसकी वजह से कई तरह की बीमारियां आसानी से हो सकती हैं. वायरल, सर्दी, जुकाम का रिस्क भी कई गुना तक बढ़ सकता है.

अगर शीतलहर की चपेट में लंबे समय से हैं तो शरीर का तापमान गिर सकता है. इसकी वजह से हाइपोथर्मिया (Hypothermia) हो सकता है. इसमें कंपकंपी, ठीक से बोल न पाना और सोचने-समझने में परेशानी होने लग सकती है. ये सभी काफी खतरनाक हो सकते हैं.

सर्दियों में हार्ट पर प्रेशर बढ़ जाता है, जिससे ब्लड प्रेशर और हार्ट की गति बढ़ सकती है. शीतलहर दिल के मरीजों के लिए खतरनाक हो सकता है. इससे स्ट्रोक या हार्ट अटैक का रिस्क बढ़ सकता है.

ठंडी और बर्फीली हवाएं अस्थमा जैसी सांस की समस्याओं को ट्रिगर कर सकती है. इससे सांस लेने में तकलीफ हो सकती है और सांस के संक्रमण का खतरा काफी बढ़ सकता है. इससे जुकाम की समस्या भी बढ़ सकती है.

सर्दी के मौसम में गठिया की परेशानी काफी ज्यादा बढ़ जाती है. ठंड हवाओं के संपर्क में आने से मांसपेशियों में अकड़न आ सकती है. इससे चलने में समस्या हो सकती है. इसलिए शीतलहर से बचकर रहना चाहिए.

शीतलहर से बचने के लिए करें ये उपाय

पानी पीना कम न करें और खाने में फल, सब्जियां और सूप लेते रहें.
कपड़ों को लेयर मे पहनकर रखने की कोशिश करें.
सर्दियों में खुद को भीगने से बचाएं.
जितना हो सके घर के अंदर ही रहें और समय-समय पर अपने चिकित्सक से सलाह लेते रहें.