LU: कोरोना संकट में छात्रों की पहली पसंद बन गया है डिप्लोमा व सर्टिफिकेट कोर्स, गत वर्षों से अधिक हुए इस बार आवेदन 

November 26, 2021 by No Comments

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लखनऊ। कोरोना संकट के बीच हुई ऑनलाइन पढ़ाई और परीक्षा के कारण छात्रों ने डिप्लोमा व सर्टिफिकेट कोर्सों की ओर रुख करना शुरू कर दिया है। इसका ताजा उदाहण लखनऊ विश्वविद्यालय (LU) में आए आवेदन में मिला है। हालांकि रेगुलर कोर्स में भी जमकर आवेदन हुए हैं लेकिन डिप्लोमा व सर्टिफिकेट पाठ्यक्रमों में भी 104% से अधिक की वृद्धि दर दर्ज की गई।

LU की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में जानकारी दी गई है कि सन 2020-21 के अकादमिक सत्र में कोरोना महामारी का बड़ा संकट होने के बावजूद देश और प्रदेश भर के छात्र छात्राओं ने लखनऊ विश्वविद्यालय में प्रवेश लेने के रिकॉर्ड मात्रा में आवेदन पत्र भरे थे। सत्र 2020-2021 के 63944 के मुक़ाबले सत्र 21-22 में 73084 अर्थात् कुल 14.3 फ़ीसदी की वृद्धि हुई है। 2020-2021 सत्र में स्नातक स्तर पर कुल 44252 आवेदन पत्र भरे गए थे और स्नातकोत्तर स्तर पर कुल 19367 आवेदन पत्र प्राप्त हुए थे।

2021-22 के अकादमिक सत्र में भी लखनऊ विश्वविद्यालय में रिकॉर्ड आवेदन पत्र प्राप्त किए गए हैं। पिछले सत्र के मुकाबले स्नातक स्तर पर 8.5 फ़ीसदी की वृद्धि दर के साथ 48022 आवेदन पत्र स्नातक पाठ्यक्रमों के लिए प्राप्त हुए हैं और 26 फ़ीसदी की वृद्धि दर के साथ स्नातकोत्तर कार्यक्रमों में 24397 आवेदन पत्र प्राप्त हुए हैं। डिप्लोमा व सर्टिफिकेट पाठ्यक्रमों में भी 104% से अधिक की वृद्धि दर दर्ज की गई और एकेडमिक सत्र 2020-2021 के 325 फॉर्म्स के मुकाबले 665 फॉर्म प्राप्त हुए। 

नई शिक्षा नीति बनी वजह
विश्वविद्यालय के विभिन्न पाठ्यक्रमों में पढ़ने के लिए इच्छुक छात्रों की बढ़ती संख्या का श्रेय कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय ने विश्वविद्यालय की नई शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप नवीनीकृत पाठ्यक्रमों को दिया है। इस मामले में उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के शिक्षकों ने NEP2020 की घोषणा के तुरंत बाद अपने पाठ्यक्रमों को नई शिक्षा नीति के हिसाब से नवीनीकृत किया, एवं NEP 2020 के सभी आयामों का ध्यान रखते हुए मल्टीपल एंट्री एग्जिट प्वाइंट्स, एकेडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट, और इंटर डिसीप्लिनरी एजुकेशन को भी पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाया था, जिसके फलस्वरूप आज प्रदेश भर से छात्र लखनऊ विश्वविद्यालय में पढ़ने आना चाहता है।

विश्वविद्यालय पिछले डेढ़ वर्ष में शिक्षा व शोध के साथ-साथ छात्र कल्याण, महिला छात्र सुरक्षा एवं समाज के प्रति विश्वविद्यालय के दायित्व के क्षेत्र में भी आगे बढ़ा है जिसकी वजह से संस्थान पर छात्रों व उनके अभिभावकों का विश्वास भी बढ़ा है। प्रो राय ने कहा कि विश्वविद्यालय नए सत्र में सभी छात्रों के स्वागत के लिए तैयार है और उन्हें उम्मीद है कि विश्वविद्यालय परिवार के आने वाले नए सदस्य संस्थान की गरिमा, प्रतिभा और लोकप्रियता में अपना योगदान भी देंगे।