Viral News: लखनऊ विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र अभिषेक शुक्ला ने खोजा ₹10 हजार करोड़ का सोना और तांबा…जानें राष्ट्रपति ने किस सम्मान से नवाजा?

August 21, 2024 by No Comments

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Viral News: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के जानकीपुरम निवासी अभिषेक शुक्ला ने कर्नाटक के रायचूर जनपद में सोना और तांबा की खोज की है. इसकी कीमत ₹10 हजार करोड़ रूपये आंकी जा रही है. बता दें कि अभिषेक लखनऊ विश्वविद्यालय से 2010 में स्नातक व परास्नातक पूरा किया था. इसके बाद उन्होंने 2013 में यूपीएससी की परीक्षा दी और भारतीय भू वैज्ञानिक सेवा में उनका चयन हो गया. अभिषेक 2013 से लेकर 2022 तक बंगलूरू में कार्यरत रहे. इसके बाद उनको लखनऊ में तैनाती मिल गई. वर्तमान में वह भारतीय भू वैज्ञानिक उत्तरी क्षेत्र कार्यालय, लखनऊ में संयुक्त निदेशक के पद पर कार्य कर रहे हैं.

मंगलवार को राष्ट्रपति भवन स्थित कल्चरल सेंटर में एक कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अभिषेक शुक्ला को डिस्कवरी और एक्सप्लोरेशन की श्रेणी में राष्ट्रीय भू-वैज्ञानिक अवार्ड दिया है. इस दौरान खनिज मंत्री जी किशन रेड्डी भी मौजूद रहे. अभिषेक लखनऊ के जानकीपुरम में रहते हैं.

अभिषेक बताते हैं कि इस प्रोजेक्ट को अभिषेक ने 2015 में शुरू किया था जो कि साल 2022 तक चला. अभिषेक लखनऊ विश्वविद्यालय के भूविज्ञान विभाग के पूर्व छात्र हैं. अपनी सफलता को लेकर अभिषेक ने अपने शिक्षक व वर्तमान में लखनऊ विश्वविद्यालय में भू-गर्भ विज्ञान विभाग के हेड प्रो. ध्रुवसेन सिंह को विशेष आभार प्रकट किया है. अभिषेक ने बताया कि खनिज संपदा की इस टीम में उनके साथ केरल से डा. एमएन प्रवीण और डा. परशुराम व महाराष्ट्र की डरेरा डिसिल्वा शामिल थीं.

प्रोजेक्ट के बंद करने का बन रहा था दबाव
अभिषेक ने मीडिया से बात करते हुए जानकारी दी कि रायचूर की मैपिंग करने पर उनको सोना और अन्य खनिज संपदा होने के संकेत मिले थे. इस पर उन्होंने अपनी टीम के साथ ड्रिल करना शुरू किया. वह कहते हैं कि पहले इसका नतीजा बहुत सकारात्मक नहीं मिला. इस पर उनके ऊपर प्रोजेक्ट को बंद करने का दबाव बन रहा था.

क्योंकि एक मीटर ड्रिल करने की लागत 6 से 7 हजार रुपए आती है. तो वहीं दूसरी ओर उनका मॉडल उस जगह पर सोना व तांबा होने के संकेत दे ररहा था. इस पर उन्होंने अपने अधिकारियों से बात की और आगे ड्रिल करन की अनुमति मांगी. इसके बाद अभिषेक व उनकी टीम ने अलग-अलग जगहों पर करीब 7 हजार मीटर ड्रिल की. अभिषेक ने बताया कि सबसे अधिक गहराई की ड्रिल 350 मीटर की थी.

700 किलो सोना होगा तैयार
अभिषेक शुक्ला ने बताया कि इस प्रोजेक्ट को उन्होंने 2015 में रायचूर में शुरू किया था. यह प्रोजेक्ट 2022 तक चला. इस दौरान 18.7 मिलियन टन कॉपर (तांबा) और 1.7 मिलियन टन (सोना) मिला. उन्होंने बताया है कि स्वर्ण खनिज को शोधित करने पर करीब 700 किलो सोना तैयार किया जाएगा. अभिषेक ने कहा कि दोनों धातुओं की वर्तमान बाजार कीमत करीब 10 हजार करोड़ रुपये है.

इस तरह हुई तांबें की जानकारी
अभिषेक शुक्ला ने जानकारी दी कि जो पत्थर लगातार पानी पड़ने के कारण लाल निशान वाले हो जाते हैं, वहां तांबा होने की संभावना होती है तो वहीं जिन पर लाल निशान होते हैं, वहां पर लोहा मिलता है. इस प्रोजेक्ट में पत्थरों पर हरे निशान थे. इनका बुरादा बनाकर जांच करने पर .10 प्रतिशत से भी कम अंश मिल रहा था, जबकि इससे अधिक अंश होने पर ही आगे ड्रिल की अनुमति होती है. हालांकि उनको 350 मीटर गहरी ड्रिल की गई तो तांबा होने के स्पष्ट प्रमाण मिल गए.