NEET UG Paper Leak Case-2024: नीट पेपर लीक मामले में CBI ने दर्ज कि FIR, बिहार पुलिस नार्को टेस्ट की तैयारी में…प्वाइंट्स में जानें शुरू से लेकर अब तक इस मामले में कब क्या हुआ

June 23, 2024 by No Comments

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NEET UG Paper Leak Case-2024: नीट यूजी पेपर लीक मामले में लगे कथित आरोपों को लेकर अब सीबीआई (केंद्रीय जांच ब्यूरो) ने भी रिपोर्ट दर्ज कर ली है तो वहीं बिहार पुलिस नार्को टेस्ट की तैयारी कर रही है. देश भर में पेपर लीक मामले को लेकर अभ्यर्थी लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं तो वहीं केंद्र सरकार भी लगातार कई निर्णय ले रही है. मालूम हो कि परीक्षा प्रक्रिया के संचालन में पारदर्शिता के लिए मामले को जांच के लिए सीबीआई को सौंपा गया है। सीबीआई ने केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की शिकायत पर अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है.

तो दूसरी ओर बिहार पुलिस की जांच टीम ने सभी सबूत शिक्षा मंत्रालय को सौंप दिए हैं और अभ बिहार पुलिस की टीम अब इस मामले गिरफ्तार हुए सभी 13 आरोपियों के नार्को टेस्ट कराने की तैयारी में है। बिहार पुलिस की टीम ने झारखंड के देवघर में छापेमारी कर मास्टरमाइंट संजीव मुखिया के रिश्तेदार चिंटू कुमार समेत छह आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस टीम इन सभी से पटना में पूछताछ कर रही है। दूसरी ओर इस पूरे मामले में सियासत भी तेज हो गई है. राहुल गांधी समेत सभी विपक्षी नेता मोदी सरकार पर हमलावर हैं. दूसरी ओर अभ्यर्थियों ने सुप्रीम कोर्ट में कई आरोप लगाते हुए याचिका दाखिल की है, जिस पर सुनवाई जारी है. इसी बीच केंद्र सरकार ने नीट और यूजीसी नेट समेत कई अहम परीक्षाएं कराने वाली एजेंसी नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) के प्रमुख को भी बदल दिया है.

प्वॉइंट्स में समझें क्या हुआ अब तक
5 मई 2024 को देश की सबसे बड़ी प्रवेश परीक्षा नीट यूजी का आयोजन किया गया, जिसमें करीब 24 लाख विद्यार्थी शामिल हुए.

6 मई को पेपर लीक की आशंका पर पटना पुलिस ने केंद्रीय एजेंसियों की सूचना पर शास्त्री नगर थाने में इसको लेकर एक प्राथमिकी भी दर्ज की थी. परीक्षा आयोजित होने के बाद से ही नीट के पेपर लीक होने को लेकर अभ्यर्थियों द्वारा आरोप लगाना शुरू कर दिया गया था.

10 मई शुक्रवार को पेपर लीक की जांच का पूरा केस बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) को सौंप दिया गया.

11 मई को पटना पुलिस की ईओयू टीम ने चार परीक्षार्थियों और उनके परिवार के सदस्यों सहित 13 लोगों को गिरफ्तार किया.

इसी दौरान एक जनहित याचिका पटना हाईकोर्ट में दायर की गई और मामला न्यायालय में पहुंचा। याचिका में परीक्षा को रद्द कर इसकी सीबीआई जांच कराने की मांग की गई.

पेपर लीक के आरोपों को लेकर सुप्रीम कोर्ट में भी एक याचिका दायर की गई और उम्मीदवारों के एक समूह ने नए सिरे से नीट-यूजी 2024 परीक्षा कराने की मांग सुप्रीम कोर्ट से की.

4 जून को नीट यूजी की अंतिम उत्तर कुंजी जारी हुई. अभ्यर्थी कुछ समझ पाते कि उसके कुछ घंटो बाद ही एनटीए ने आनन-फानन में नीट यूजी का रिजल्ट भी घोषित कर दिया। एनटीए की इस हरकत से सभी चौंक गए.

कहा जा रहा है कि जारी कार्यक्रम के अनुसार, नीट यूजी का रिजल्ट 14 जून को जारी होना चाहिए था लेकिन निर्धारित तिथि से 10 दिन पहले यानी 04 जून को ही घोषित कर दिया गया। इसी दिन लोकसभा चुनाव का रिजल्ट भी घोषित हुआ. यानी इसी दिन वोटों की गिनती भी हो रही थी.

नीट के इतिहास में ऐसा पहले कभी नहीं हुआ कि नीट में टॉपर्स की संख्या इतनी अधिक हो। इस बार सबसे बड़ी बात ये सामने आई कि रिकॉर्ड 67 उम्मीदवारों ने रैंक-1 हासिल की। दूसरी ओर “Loss of Time” क्राइटेरिया के तहत कुछ उम्मीदवारों को ग्रेस मार्क्स भी दिए गए।

जैसे ही रिजल्ट सामने आया, बड़ी संख्या में देश भर के मेडिकल अभ्यर्थियों ने अंकों में अनियमितता का आरोप लगाते हुए विरोध प्रदर्श शुरू कर दिया था. तो वहीं उस वक्त एनटीए ने परिणाम में किसी भी तहर की अनियमितता से इनकार किया था लेकिन धीरे-धीरे बढ़ते विवाद ने विकराल रूप ले लिया और फिर इस मामले में केंद्र सरकार को भी हस्तक्षेप करना पड़ा. पूरे देश से परीक्षा में धांधले के आरोप लगने के बाद उच्च स्तरीय जांच और फिर से परीक्षा कराए जाने की मांग उठी.

8 जून को एनटीए ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की और उठ रहे सभी सवालों और आरोपों पर अपनी सफाई भी दी लेकिन विरोध प्रदर्शन जारी रहा.

11 जून को नीट यूजी को रद्द करने और परीक्षा फिर से कराए जाने की मांग को लेकर एक याचिका दायर की गई, जिस पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। न्यायमूर्ति विक्रम नाथ और न्यायमूर्ति अहसानुद्दीन अमानुल्लाह की अवकाशकालीन पीठ ने एमबीबीएस, बीडीएस और अन्य पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए पास उम्मीदवारों की काउंसलिंग पर रोक लगाने से इनकार कर दिया। वहीं परीक्षा रद्द करने से भी मना कर दिया। हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने कहा परीक्षा की शुचिता प्रभावित हुई है, न्यायालय ने राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) को नोटिस जारी कर जवाब मांगा।

13 जून को फिर इस विवाद पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई और कोर्ट ने कहा कि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी की ओर से नीट-यूजी 2024 के 1,563 उम्मीदवारों को ग्रेस मार्क्स (कृपांक) देने का निर्णय वापस ले लिया गया है। ऐसे उम्मीदवारों को 23 जून को फिर से परीक्षा देने का विकल्प दिया जाएगा। इसके नतीजे 30 जून को आएंगे। इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट ने एक बार फिर से कहा कि NEET-UG 2024 की काउंसलिंग पर रोक नहीं लगेगी.

तो वहीं एनटीए द्वारा आयोजित की जाने वाली यूजीसी नेट परीक्षा को आयोजित होने के एक दिन बाद ही रद्द कर दिया गया। परीक्षा 18 जून को आयोजित हुई थी।

इसके बाद, 23 जून को एनटीए द्वारा आयोजित की जाने वाली सीएसआईआर और एनबीईएमएस द्वारा आयोजित की जाने वाली नीट पीजी परीक्षा को भी स्थगित कर दिया गया।

एनटीए के महानिदेशक सुबोध कुमार सिंह को हटा दिया गया और फिर 22 जून को मामले की जांच की सीबीआई को सौंप दी गई. तो वहीं 23 जून को सीबीआई ने इस मामले में रिपोर्ट दर्ज कर आगे की जांच में जुट गई है.