Ram Navami 2024: रामनवमी पर रामलला का अभिषेक करेंगे सूर्य देव…भक्तों से अयोध्या न आने की अपील, Video में देखें रामलला और राम मंदिर की सुंदर झलक

April 16, 2024 by No Comments

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Ram Ravami 2024: देश भर में कल यानी 17 अप्रैल 2024 को रामनवमी मनाई जाएगी तो वहीं अयोध्या में इस बार एक अलग ही छटा दिखाई दे रही है. क्योंकि 500 साल के बाद रामलला अपने भव्य मंदिर में विराजमान होने के बाद पहली बाद अपना जन्मोत्सव मनाने जा रहे हैं. 500 वर्षों तक उन्होंने टाट में बिताया. तो वहीं इस बार सूर्यवंशी भगवान श्रीराम के माथे पर स्वयं सूर्यदेव तिलक करेंगे। 22 जनवरी 2024 को प्राण प्रतिष्ठा के बाद रामलला अयोध्या में अपने भव्य महल में विराजमान हुए हैं और अब भगवान राम के जन्मदिन यानी राम नवमी पर भगवान राम सूर्य देव अभिषेक करेंगे.

हिंदू धर्म और वैदिक ज्योतिष शास्त्र में सूर्यदेव का विशेष महत्व होता है। वैदिक काल से ही सूर्य को प्रत्यक्ष देवता माना गया है. सूर्यदेव को ऊर्जा का सबसे बड़ा स्त्रोत और पिता का दर्जा दिया गया है. मान्यता है कि त्रेतायुग में भगवान विष्णु के सातवें अवतार के रूप में अयोध्या में सूर्यवंशी और मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु राम का जन्म हुआ था। भगवान राम अपने दिन की शुरुआत हमेशा सूर्यदेव को जल अर्पित करके किया करते थे। महर्षि अगस्त ने भगवान राम को सूर्य का प्रभावी मंत्र आदित्य ह्रदयस्तोत्र की दीक्षा दी थी। तो वहीं पहली बार अयोध्या में रामलला का अभिषेक सूर्यदेव करेंगे.

मंदिर ट्रस्ट की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक सूर्य की किरणें दोपहर 12.16 बजे 5 मिनट के लिए भगवान के माथे पर पड़ेंगी. इसके लिए महत्वपूर्ण तकनीकी व्यवस्था की गई है. वैज्ञानिकों ने इसको सफल बनाने में मिलकर काम कर रहे हैं। निर्माण कार्य चल रहा है और हम आश्वस्त हैं दिसंबर 2024 तक निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा।

मंदिर ट्रस्ट ने जारी किया है ये निर्देश
श्री राम नवमी के पावन पर्व पर आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास द्वारा विशिष्ट व्यवस्था की गई है।

श्री रामनवमी के दिन ब्रह्म मुहूर्त में प्रातः काल साढ़े तीन बजे से श्रद्धालुओं को पंक्तिबद्ध होने के लिए व्यवस्था की जाएगी।

दिनांक 16 अप्रैल से 18 अप्रैल तक सभी प्रकार के विशिष्ट पास/दर्शन-आरती आदि की बुकिंग को पहले ही रद्द किया जा चुका है।

सभी को एक ही मार्ग से जाना होगा। दर्शन का समय बढ़ाकर 19 घंटे कर दिया गया है, जो मंगला आरती से प्रारंभ होकर रात्रि 11 बजे तक चलेगा। चार बार लगने वाले भोग के लिए केवल पांच-पांच मिनट के लिए ही पर्दा बंद होगा।

विशिष्ट महानुभावों से अनुरोध है कि वे दर्शन हेतु 19 अप्रैल के बाद ही पधारें।

श्री राम जन्मोत्सव का प्रसारण अयोध्या नगरी में लगभग सौ बड़ी एलईडी स्क्रीन के माध्यम से किया जाएगा। न्यास के सोशल मीडिया अकाउंट्स पर भी लाइव प्रसारण होगा।

दर्शन के दौरान परेशानी और समय की बर्बादी से बचने के लिए दर्शनार्थियो को अपना मोबाइल, मूल्यवान वस्तुएं इत्यादि साथ नहीं लाने चाहिए।