Health Tips: ये पाउडर दूर करेगा प्रोटीन की कमी, अंडे से पांच गुना और चिकन से तीन गुना अधिक मिलता है Protein
Health Tips: अगर किसी को प्रोटीन की कमी है तो स्पिरुलिना (Spirulina) पाउडर लेना बहुत ही फायदेमंद होता है. इसको लेकर जानकारों का कहना है कि, स्पिरुलिना एक सुपरफूड है जिसे हर उस व्यक्ति को लेना चाहिए जिसे प्रोटीन की कमी का सामना करना पड़ रहा है. जानकार बताते हैं कि, स्पिरुलिना में पाए जाने वाला प्रोटीन अंडे, चिकन और अन्य प्रोटीन स्रोतों की तुलना में कहीं अधिक होता है. अगर शोधों की मानें तो इससे सामने आया है कि, स्पिरुलिना में अंडे से 5 गुना अधिक और चिकन से 3 गुना अधिक प्रोटीन होता है. शायद इसीलिए इसे अंतरिक्ष में एस्ट्रोनॉट और एथलीट भी हाई प्रोटीन के लिए इस्तेमाल करते हैं.
जानें क्या है स्पिरुलिना
एक्सपर्ट के मुताबिक, स्पिरुलिना एक प्राकृतिक शैवाल है जो झील, नदियों और खारे पानी में पाया जाता है. यह एक हरा पौधा होता है जिसमें कई पोषक तत्वों की अधिकता होती है. आयुर्वेद में स्पिरुलिना को काफी महत्व दिया गया है और इसे कई दवाओं में इस्तेमाल किया जाता है. स्पिरुलिना में 60% प्रोटीन और 18 से अधिक प्रकार के विटामिन व खनिज पाए जाते हैं. इसमें एंटीऑक्सीडेंट भी होते हैं. इसी कारण इसे सुपरफूड माना जाता है. स्पिरुलिना को खाना से शरीर को कई लाभ मिलते हैं.
इन कमियों पर करता है अटैक
एक्सपर्ट की मानें तो स्पिरुलिना में आयरन, फालेट और विटामिन बी-12 जैसे तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं जो शरीर में हीमोग्लोबिन की मात्रा बढ़ाकर खून की कमी को दूर करने में मदद करते हैं. अनार की तुलना में स्पिरुलिना में आयरन बहुत अधिक पाया जाता है. इसलिए एनीमिया जैसी समस्याओं के लिए यह अनार से कहीं अधिक लाभदायक है.
स्पिरुलिना में प्रोटीन और एमिनो एसिड्स की भरपूर मात्रा पाई जाती है जो मांसपेशियों को मजबूत बनाने में सहायक होते हैं. इससे शरीर को ऊर्जा मिलती है और थकान कम होती है. यह हमारी ताकत और स्टेमिना को बढ़ाता है ताकि हम व्यायाम और दूसरे काम आसानी से कर सकें. इसलिए स्पिरुलिना का सेवन ताकत और उर्जा बढ़ाने के लिए बहुत लाभदायक है.
जानकार बताते हैं कि, स्पिरुलिना खाना हृदय के स्वास्थ्य के लिए बहुत ही लाभकारी होता है. स्पिरुलिना में पाए जाने वाले ओमेगा 3 फैटी एसिड्स ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने और कोलेस्ट्रॉल कम करने में मदद करते हैं.इसके अलावा, स्पिरुलिना में प्रतिऑक्सीकारक गुण भी होते हैं जो फ्री रेडिकल्स के प्रभाव को कम कर हृदय रोगों से बचाव करते हैं. हालांकि इसका इस्तेमाल करने से पहले एक बार अपने चिकित्सक से अवश्य परामर्श ले लें.