Home » अगरबत्ती-धूपबत्ती का प्रशिक्षण प्राप्त कर शुरू करें स्वरोजगार, दूसरों को भी दें रोजगार, ट्रेनिंग FFDC में 23 मई से, जानें क्या हैं प्रशिक्षण की 14 विशेषताएं
अगरबत्ती-धूपबत्ती का प्रशिक्षण प्राप्त कर शुरू करें स्वरोजगार, दूसरों को भी दें रोजगार, ट्रेनिंग FFDC में 23 मई से, जानें क्या हैं प्रशिक्षण की 14 विशेषताएं
कानपुर। सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय, भारत सरकार (MSME) की विस्तार इकाई सुगन्ध एवं सुरस विकास केंद्र (FFDC) फजलगंज कानपुर में 23 मई 2022 से अगरबत्ती, धूपबत्ती, हवन सामग्री आदि का प्रशिक्षण शुरू किया जा रहा है।
इस सम्बंध में सहायक निदेशक डा. भक्ति विजय शुक्ला ने बताया कि इस प्रशिक्षण को करने के बाद बेरोजगार युवा अगरबत्ती एवं सुगंधी उद्योग में स्वरोजगार की ओर कदम बढ़ा सकते हैं। प्रशिक्षण का समापन 27 मई को होगा। इस दौरान सुगंध उद्योग के विशेषज्ञों के माध्यम से प्रशिक्षण दिया जाएगा और परफ्यूम आदि की पहचान करना भी सिखाया जाएगा। प्रशिक्षण शुल्क 8 हजार रुपए रखे गए हैं। बता दें कि FFDC की मुख्यालय कन्नौज में है, जिसे इत्र नगरी कहा जाता है। प्रशिक्षण प्राप्ति के बाद सर्टिफिकेट भी दिया जाएगा, जिसकी मदद से लोन आदि भी लिया जा सकेगा।
1- अगरबत्ती धूपबत्ती उद्योग की वर्तमान राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्थितियों के बारे में जानकारी देना। 2- अगरबत्ती धूपबत्ती एवं सुगंधी के उद्योग से जुड़े प्रशिक्षकों द्वारा प्रशिक्षण दिया जाना। 3-अगरबत्ती के हर प्रकार हाथ से बनी हुई, मशीन द्वारा, कोटेड, धूप कोन , विभिन्न रंगों की बनाना आदि का प्रशिक्षण दिया जाना।
4- धूपबत्ती हवन सामग्री की जानकारी विस्तार से दी जाएगी। 5-अगरबत्ती धूपबत्ती उद्योग के मशीनरी एवं उपकरणों की जानकारी दी जाएगी। 6- अगरबत्ती धूपबत्ती उद्योग में उपयोग में लाये जाने वाले कच्चे माल की जानकारी भी दी जाएगी। 7- सुगन्धि निर्माण की जानकारी एवं अगरबत्ती सुगन्धि निर्माण का प्रदर्शन भी किया जाएगा। 8- प्रदेश एवं भारत सरकार की इस उद्योग से संबंधित योजनाओं की जानकारी दी जाएगी।
9- अगरबत्ती धूपबत्ती के निर्यात (export)की जानकारी दी जाएगी। 10- अगरबत्ती धूपबत्ती के मार्केटिंग की जानकारी भी दी जाएगी। 11- प्रतिदिन प्रैक्टिकल क्लास का आयोजन किया जाएगा। 12- प्रशिक्षण में प्रयुक्त होने वाली सभी सामग्री केंद्र द्वारा प्रदान की जाएगी। 13- आकर्षक किट बैग जिसमें अगरबत्ती धूपबत्ती से संबंधित पाठ्य सामग्री होगी, प्रदान की जाएगी। 14- प्रतिदिन समुचित एवं उत्तम जलपान एवं भोजन की व्यवस्था भी रहेगी।