NDRF News: लखनऊ में ट्रेन दुर्घटना… इस तरह NDRF ने बचाई यात्रियों की जान! देखें मॉक अभ्यास की तस्वीरें
NDRF News: मंगलवार को रेलवे यार्ड, पूर्वोत्तर रेलवे, ऐशबाग में NDRF एवं रेलवे द्वारा ट्रेन दुर्घटना पर एक संयुक्त मॉक अभ्यास किया गया जिसमे रेलवे कि एक ट्रेन के दुर्घटनाग्रस्त हो जाने तथा उसमे कई यात्रियों के फँसे होने का दृश्य रखा गया था.इस मॉक अभ्यास के प्रथम चरण में एन०डी०आर०एफ० अधिकारियों व् पूर्वोत्तर रेलवे के अधिकारियों, जीआरपी , फायर विभाग, जिला पुलिस, सिविल डिफेंस, स्वास्थ्य विभाग एवं अन्य सम्बंधित विभाग के अधिकारियों द्वारा बैठक कर इस मॉक अभ्यास की सम्पूर्ण रूप रेखा तैयार की गयी तथा द्वितीय चरण में मोक अभ्यास किया गया.
मॉक अभ्यास में ट्रेन की कुछ बोगियों के दुर्घटनाग्रस्त हो जाने का दृश्य रखा गया जिसमे दस से पंद्रह यात्रियों के फँसे होने की सूचना देकर सर्च एवं रेस्क्यू के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल की टीम को एवं अन्य एजेंसियों को बुलाया गया. इसमें बोगियों के भीतर पहुंच बनाने तथा यात्रियों को निकालने के लिए बोगियों को उर्धवर्धर तथा क्षेतिज दोनो दिशाओं से काटकर अंदर जाने का रास्ता बनाया गया. फिर मेडिकल टीम ने घायलों को स्थिरता प्रदान करते हुए बाहर निकाला। NDRF के जवानों ने रोप रेस्क्यू से भी घायलों को बाहर निकाला. सभी एजेंसियों ने आपसी तालमेल एवं समन्वय से राहत एवं बचाव कार्य को पूरा किया.
यह अभ्यास 11 एन०डी०आर०एफ० के उप महानिरीक्षक मनोज कुमार शर्मा के दिशा निर्देशन तथा रेलवे से शिल्पी कनोजिया (सीनियर डीएसओ) की अध्यक्षता में संचालित किया गया। इसमें 11 एन०डी०आर०एफ० लखनऊ टीम के साथ रेलवे की दुर्घटना राहत यान ART, RPF, अग्निशमन विभाग, पुलिस एवं स्वास्थ्य विभाग, जिला प्रशासन की टीमो द्वारा किसी भी प्रकार की ट्रेन दुर्घटना या ट्रेन में आग लगने जैसी आपदा होने पर खोज, राहत व् बचाव कार्य हेतु मॉक का संयुक्त अभ्यास किया गया जिसका मुख्य उद्देश्य घायल व् चोटिल लोगों के अमूल्य जीवन की रक्षा करना , सभी रेस्पोंस एजेंसियों का रेस्पोंस चेक करना व सभी स्टेक होल्डरस के बीच आपसी समन्वय स्थापित करना है.
इस मॉक अभ्यास का सम्पूर्ण नेतृत्व 11 एन०डी०आर०एफ० के क्षेत्रीय प्रतिक्रिया केंद्र लखनऊ के प्रभारी अनिल कुमार पाल उप कमांडेंट ने किया तथा एनडीआरएफ की टीम का नेतृत्व निरीक्षक जितेंद्र सिंह द्वारा किया गया. इस मोक अभ्यास में NDRF की 30 सदस्यीय टीम द्वारा खोज एवं बचाव का कार्य किया गया. इस मोक् अभ्यास में पूर्वोत्तर रेलवे के अधिकारी शिल्पी कनौजिया (सीनियर डीएसओ), रेलवे के अन्य अधिकारी एवं लखनऊ के जिला प्रशासन के अधिकारीगण इत्यादि उपस्थित रहे.