UP:भुखमरी, गरीबी से तड़प रहा बुंदेलखण्ड, नहीं चाहिए गैस चूल्हा, बनाओ अलग राज्य
लखनऊ। मंगलवार को उत्तर प्रदेश के महोबा जिले में चल रहे उज्जवला योजना-2 कार्यक्रम में बुंदेलखंड अलग राज्य की मांग भी लोगों ने उठाई। इस मौके पर ट्वीटर से लेकर तमाम सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर लोगों ने हैशटैग बुंदेलखण्ड राज्य चाहिए मोदी जी हमें गैस चूल्हा नहीं। बुंदेलखण्ड को अलग राज्य का दर्जा देने की मांग की गई।
खुद को बुंदेलखण्डी कहने वाले आशीष राजपूत ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि मोदी जी हमें गैस चूल्हा नहीं,#बुन्देलखण्ड राज्य चाहिए, मोदी जी महोबा में बुन्देलखण्ड को पृथक राज्य का दर्जा दें। हमारे बुन्देलखण्ड को पृथक राज्य बनाकर भुखमरी, अशिक्षा, गरीबी,पलायन को दूर कीजिए। #बुन्देलखण्डराज्यबनाओ। हमें चाहिए बुन्देलखण्ड राज्य।
मोदी जी हमें गैस चूल्हा नहीं,#बुन्देलखण्ड राज्य चाहिए,मोदी जी महोबा में बुन्देलखण्ड को पृथक राज्य का दर्जा दें#बुन्देलखण्ड_राज्य_बनाओ
हमें चाहिए बुन्देलखण्ड राज्य
जय जय बुन्देलखण्ड ????
हमारे बुन्देलखण्ड को पृथक राज्य बनाकर भुखमरी, अशिक्षा, गरीबी,पलायन को दूर कीजिए @narendramodi— आशीष राजपूत (बुन्देलखण्डी) (@Ashishrajput172) August 10, 2021
हालांकि यह मांग आज से नहीं दशकों से उठती आई है। बता दें कि बुन्देलखण्ड मध्य भारत का बहुत ही प्राचीन क्षेत्र है। इसका विस्तार उत्तर प्रदेश से लेकर मध्य प्रदेश तक है। बुंदेलखंड की अपनी अलग ऐतिहासिक, सामाजिक और सांस्कृतिक विरासत है। इतिहास, संस्कृति और भाषा के मद्देनजर बुंदेलखंड बहुत विस्तृत प्रदेश है। इसी वजह से इसको अलग राज्य बनाने की मांग उठती रही है। ताकि इसका विकास भी देश के अन्य जिलों व राज्यों की तरह हो सके। सूखा पड़ने के कारण किसानों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ता रहा है।