UP: माफिया डॉन मुख्तार के गुर्गों का एक और कारनामा खुला, बैंक के साथ ही सैकड़ों लोगों के साथ की इस तरह से धोखाधड़ी
लखनऊ। बांदा जेल में बंद बाहुबली मुख्तार अंसारी के ऊपर CM योगी आदित्यनाथ का शिकंजा कसता जा रहा है। पहले उसकी पत्नी से जुड़ी सभी सम्पत्ति कुर्क की गई तो अब उसके खास गुर्गों के बैंक खातों की पड़ताल शुरू की गई है। शकील हैदर और उसके साथियों के खिलाफ वजीरगंज कोतवाली में दर्ज चार मुकदमों के मामलों में पुलिस टीम ने मुख्तार के बारे में और जानकारी जुटानी शुरू कर दी है। अमीनाबाद स्थित जिस यूनियन बैंक आफ इंडिया की शाखा से शकील ने जेहटा रोड स्थित प्लाट पर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर करीब 60 करोड़ का लोन लिया था। उन सभी के दस्तावेज भी पुलिस जुटाने में लगी है।
बैंकों से मांगी गई जानकारी
एसीपी चौक आइपी सिंह ने बताया कि जेहटा रोड स्थित करीब पांच बीघे के प्लाट पर करोड़ों रुपये का लोन लेकर शकील हैदर ने करीब 70 लोगों को बेचा था। फिलहाल इसमें से दारोगा राजकुमार के अलावा अधिवक्ता देवेंद्र समेत चार लोगों ने वजीरगंज कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया है। मुकदमों की विवेचना की जा रही है। इस कड़ी में कई अन्य बैंकों से भी पूरी जानकारी मांगी गई है। शकील हैदर और उसके साथियों के बैंक खातों का पूरा चिठ्ठा मांगा गया है। इंस्पेक्टर वजीरगंज धनंजय पांडेय ने बताया कि शकील हैदर ने लोन लेने के समय कौन से दस्तावेज बैंक में दिए थे। किस आधार पर उसे लोन किया गया। बैंक से इन सब की सर्टीफाइड कापी मांगी गई है। दस्तावेज मिलते ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। जांच में अगर बैंक कर्मियों की भूमिका लोन पास करने में संदिग्ध मिली तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई होगी।
गाजीपुर पर भी नजर
एसीपी ने बताया कि शकील हैदर मूल रूप से गाजीपुर का रहने वाला है। इसलिए गाजीपुर में उसके खिलाफ दर्ज अपराधिक मुकदमों का भी पुलिस ब्योरा जुटा रही है। कई बिंदुओं पर मामले की पड़ताल की जा रही है। कई प्रार्थना पत्र भी सामने आए हैं, जिसमें शकील पर प्लाट के नाम पर ठगी करने का आरोप लगाया है। इसकी जांच भी की जा रही है।