AKTU के स्टुडेंट्स को स्वरोजगार के लिए मदद करेगी यूपी स्टार्टअप पॉलिसी, ओरिजिनल आइडिया के साथ करें इस लिंक पर अप्लाई
लखनऊ। उत्तर प्रदेश (UP) स्टार्टअप पॉलिसी के अंतर्गत प्रदेश में रजिस्टर्ड स्टार्टअप को 5 लाख रूपये की सीड मनी दिए जाने का प्राविधान है। साथ ही 15 हजार रूपये प्रतिमाह सस्टेनेन्स भत्ता प्रतिमाह प्रदान किया जाना भी इसके प्राविधानों के अन्तर्गत आता है। प्रदेश में स्टार्टअप पॉलिसी के अंतर्गत 10 हजार आईडिया को स्टार्टअप में तब्दील करने का लक्ष्य रखा गया है।
स्टार्टअप से जुड़ी यह अहम जानकारी UP इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी विभाग के सलाहकार अंकित गुलाटी ने AKTU के स्टुडेंस को दी। मौका था डॉ एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विवि (AKTU) में कुलपति प्रो. विनीत कंसल के निर्देशन में आयोजित उत्तर प्रदेश स्टार्टअप पालिसी- 2020 पर ऑनलाइन बूटाथन का, जिसमें बतौर मुख्य अतिथि अंकित गुलाटी मौजूद रहे और एकेटीयू से सम्बद्ध संस्थानों में अध्ययनरत विद्यार्थियों को स्वरोजगारपरक बनने के लिए सलाह दी , साथ ही उत्तर प्रदेश स्टार्टअप पालिसी- 2020 के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
इस मौके पर उन्होंने बताया कि एकेटीयू के संयुक्त प्रयास से विश्वविद्यालय (विवि) परिसर में इन्क्यूबेशन हब की स्थापना की जाएगी। फिलहाल विवि के कई सम्बद्ध संस्थानों में इन्क्यूबेशन सेंटर स्थापित करने के प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। इससे विद्यार्थियों को स्टार्टअप प्रारंभ करने में मदद मिलेगी। इसी के साथ उन्होंने यह भरोसा दिलाया कि यूपी स्टार्टअप पॉलिसी- 2020 एकेटीयू के विद्यार्थियों को इनोवेटिव आईडिया पर स्टार्टअप प्रारम्भ करने में हर संभव मदद करेगी।
विद्यार्थी स्टार्टअप प्रारंभ करने के लिए https://startinup.up.gov.in/ एवं https://www.startupindia.gov.in/ पर पंजीकरण कर सकते हैं। इस पंजीकरण के बाद वह यूपी स्टार्टअप पालिसी 2020 द्वारा स्टार्टअप को प्रमोट करने के लिए प्रदान किये जाने वाले अनुदान को प्राप्त करने के लिए योग्य हो जाएंगे। कार्यक्रम में विवि के 150 से अधिक विद्याथियों ने हिस्सा लिया। बूटाथन का समन्वयन सहायक कुलसचिव डॉ आयुष श्रीवास्तव ने किया। इस मौके पर बूटाथन में एकेटीयू के सह-अधिष्ठाता, आर एंड डी एवं इंडस्ट्रियल कंसल्टेंसी डॉ अनुज शर्मा ने बताया कि विवि द्वारा यूपी इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी विभाग के संयुक्त प्रयास से इनोवेशन एवं इन्क्यूबेशन का कार्य किया जा रहा है। साथ ही प्रदेश में स्टार्टअप कल्चर को बेहतर बनाने के लिए सम्बद्ध संस्थानों में इन्क्यूबेशन सेंटर स्थापित करने का भी कार्य किया जा रहा है।