साजिश के चक्रव्यूह में UP TET-2021, केंद्र बना मथुरा, पांच लाख में खरीद कर 60 लोगों को दो-दो लाख में बेचा गया पर्चा, आगरा-प्रयागराज में जमकर हुई थी खरीदारी

November 28, 2021 by No Comments

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मथुरा में खींची गई पेपर की फोटो। इसके बाद शामली के गिरोह ने 5 लाख में खरीद कर 60 लोगों को बेच दिया गया था।

लखनऊ/प्रयागराज। UPTET-2021 का पेपर दे रहे अभ्यर्थियों का आक्रोश उस वक्त फूट गया, जब परीक्षा रद्द होने की खबर सामने आई। इसके बाद एक ओर जहां अभ्यर्थियों का पारा हाई हो गया तो दूसरी ओर शासन और प्रशासन में पेपर के आउट होने पर हड़कम्प मच गया था। मीडिया सूत्रों की मानें तो पेपर कल रात को ही लीक हो गया था। मथुरा में पेपर की फोटो खींच कर शामली के गिरोह ने पांच लाख में बेचा था। इसके बाद दो-दो लाख में 60 लोगों को दो-दो लाख में इसे बेचा गया। एडवांस के रूप में गिरोह ने 60 अभ्यर्थियों से 50-50 हजार रुपए लिए और पर्चा दे दिया गया था। जानकारी सामने आ रही है कि कल रात 10 बजे तक आगरा-प्रयागराज में भी पर्चे की जमकर खरीदारी हुई और सुबह परीक्षा शुरू होने से पहले तक पर्चा बिकता रहा। फिलहाल इस मामले में गोरखरपुर से पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। इसी के साथ प्रदेश के मेरठ, प्रयागराज सहित अन्य जिलों से भी पुलिस संदिग्धों को पकड़ रही है।

इस मामले में STF ने प्रयागराज में 20 अभ्यर्थियों को भी हिरासत में लिया है, जिन्होंने पेपर खरीदे थे। शामली से हिरासत में लिए गए तीन आरोपियों के मुताबिक इन लोगों के सम्पर्क में 60 लोग थे, जिनको इन्होंने 50 -50 हजार रुपए में पर्चा दिया था। फिलहाल पकड़े गए संदिग्धों के मोबाइल को जब्त कर लिया गया है और इसमें मिले नंबरों के आधार पर एसटीएफ बाकी लोगों से पूछताछ कर रही है। इसी के साथ एसटीएफ इस मामले की भी जांच कर रही है कि प्रश्नपत्र कोषागार के डबल लॉक में रखने के बावजूद कैसे लीक हो गया। कोषागार के सुरक्षाकर्मी और कर्मचारियों से भी कड़ी पूछताछ की जा रही है। बता दें कि प्रयागराज से भी पुलिस ने 16 लोगों को गिरफ्तार किया है और 23 संदिग्धों को दबोचा है। पूछताछ की जा रही है कि आखिर इन लोगों तक पर्चा कैसे पहुंचा।

एक महीने बाद फिर से होगी परीक्षा
बता दें कि परीक्षा शुरू होने से ठीक पहले मथुरा, गाजियाबाद और बुलंदशहर के कई व्हाट्सएप ग्रुप पर पेपर वायरल होने के बाद ही उत्तर प्रदेश के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजी), कानून और व्यवस्था, प्रशांत कुमार ने बयान जारी करते हुए कहा था कि आज होने वाली यूपीटीईटी 2021 की परीक्षा कथित पेपर लीक के कारण रद्द कर दी गई है। इसी के साथ कहा था कि इस मामले में एसटीएफ ने दर्जनों संदिग्धों को हिरासत में लिया है और जांच जारी है। उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा बोर्ड (यूपीबीईबी) एक महीने बाद फिर से यूपीटीईटी परीक्षा का आयोजन करेगा। इससे सम्बंधित जानकारी आगे अधिसूचित की जाएगी। इसके लिए उम्मीदवारों को परीक्षा के लिए फिर से कोई शुल्क नहीं देना होगा। यूपीटीईटी परीक्षा की सही तारीख नियत समय में अधिसूचित की जाएगी।

सरकार ने कहा अभ्यर्थी न दें किराया
परीक्षा रद्द होने के बाद पूरे प्रदेश में योगी सरकार की भद्द पिटने के बाद राज्य सरकार ने सभी अभ्यर्थियों के लिए बयान जारी करते हुए कहा है कि अभ्यर्थी एडमिट कार्ड दिखाकर राज्य रोडवेज की बसों में अपने घर मुफ्त में जाएं। किसी भी तरह की किराया न दें। उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने मामले की जांच शुरू कर दी है। इसी के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। दोषि पाए जाने पर सभी आरोपियों को गैगेस्टर एक्ट के तहत कार्यवाही की जाएगी।

पेपर लीक होने के बाद ही विपक्षी दल हुए हमलावर
पेपर लीक होन के बाद से ही प्रदेश सरकार पर जहां अभ्यर्थी आक्रोशित हैं तो दूसरी ओर विपक्षी दल भी हमलावर हो गए हैं।

पूर्व मुख्यमंत्री व सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्विट करते हुए कहा कि UPTET 2021 की परीक्षा का पेपर लीक होने की वजह से रद्द होना बीसों लाख बेरोज़गार अभ्यर्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है। भाजपा सरकार में पेपर लीक होना, परीक्षा व परिणाम रद्द होना आम बात है। उप्र शैक्षिक भ्रष्टाचार के चरम पर है। बेरोज़गारों का इंक़लाब होगा ~ बाइस में बदलाव होगा!

इसी के साथ कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने एक वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा कि भर्तियों में भ्रष्टाचार, पेपर आउट ही भाजपा सरकार की पहचान बन चुका है। आज यूपी टेट का पेपर आउट होने की वजह से लाखों युवाओं की मेहनत पर पानी फिर गया। हर बार पेपर आउट होने पर @myogiadityanath जी की सरकार ने भ्रष्टाचार में शामिल बड़ी मछलियों को बचाया है, इसलिए भ्रष्टाचार चरम पर है।