Vijaya Ekadashi: लंका पर आक्रमण करने से पहले भगवान राम ने भी रखा था विजया एकादशी का व्रत, जानें कैसे की थी पूजा

March 3, 2024 by No Comments

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Vijaya Ekadashi: हिंदू धर्म में एकादशियों का महत्वपूर्ण स्थान है. साल भर में पड़ने वाली 24 एकादशी को अलग-अलग नामों से जाना जाता है. इसी तरह से फाल्गुन कृष्ण पक्ष की एकादशी को विजया एकादशी कहते हैं. यह व्रत भगवान विष्णु की पूजा के लिए समर्पित माना गया है. इस व्रत का पद्म पुराण और स्कन्द पुराण में भी वर्णन मिलता है। ऐसी मान्यता है कि जो लोग इस व्रत को रखते हैं उनको शत्रुओं पर विजय प्राप्त होती है. यही वजह रही कि रावण पर विजय प्राप्त करने से पहले भगवान राम ने भी इस व्रत को किया था.

माना जाता है कि लंका पर विजय पाने के लिए भगवान राम ने फाल्गुन कृष्ण पक्ष की एकादशी के दिन ही आक्रमण करने के लिए समुद्र तट पर पहुंचे थे. जब समुद्र ने भगवान राम को पार उतरने का रास्ता नहीं दिया तब उन्होंने समुद्र तट पर निवास करने वाले ऋषियों से उपाय पूछा था. इस पर ऋषियों ने कहा था कि हे राम- आप तो अनन्त सागरों को पार करने वाले हैं और सर्वशक्तिमान हैं, लेकिन फिर भी आपने उपाय पूछा है तो सुनिए- हम ऋषि मुनि किसी भी काम को करने से पहले व्रत-अनुष्ठान करते हैं. इसलिए आप भी फाल्गुन कृष्ण एकादशी का व्रत कीजिए. यह कह कर ऋषि-मुनियों ने भगवान राम को व्रत की विधि बताते हुए कहा-

दशमी तिथि को एक मिट्टी का बर्तन लेकर उसे पवित्र जल से भरकर सतनाज पर स्थापित करें और उसके पास पीपल, आम, बड़ तथा गूलर के पत्ते रखकर मंगल दृश्यों से सजाएं. इसके बाद एक बर्तन में जौ भरकर उसे कलश पर स्थापित करें. जौ के बर्तन में श्री लक्ष्मीनारायण (भगवान विष्णु) की प्रतिमा स्थापित करे और उनकी पूजा करें. विजया एकादशी की तिथि को 24 घंटे भजन कीर्तन करें. रात जागरण करने के बाद दूसरी दिन प्रात:काल जल के साथ कलश को सागर के निमित्त अर्पित कर दें. तो वहीं द्वादशी के दिन अन्न से भरा घड़ी किसी ब्राह्मण को दान कर दें. इस व्रत के प्रभाव से समुद्र आपको रास्ता दे देगा और लंका पर विजय भी प्राप्त हो जाएगी. मान्यता है कि तभी से इस व्रत एवं एकादशी की पूजा का प्रचलन शुरू हो गया.

DISCLAIMER:यह लेख धार्मिक मान्यताओं व धर्म शास्त्रों पर आधारित है। हम अंधविश्वास को बढ़ावा नहीं देते। पाठक धर्म से जुड़े किसी भी कार्य को करने से पहले अपने पुरोहित या आचार्य से अवश्य परामर्श ले लें। KhabarSting इसकी पुष्टि नहीं करता।)