Weather Update: अभी 7 दिन और रहेगी सर्दी…हल्की-फुल्की बूंदें भी गिरेंगी, जानें इस बदले मौसम की बड़ी वजह

March 10, 2024 by No Comments

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Weather Update: मार्च शुरू हो चुका है और दूसरा हफ्ता भी चल रहा है, लेकिन अभी तक रात में लोग स्वेटर पहनने को मजबूर हैं और सर्द हवाएं चल रही हैं. मौसम विभाग की मानें तो अभी एक हफ्ते और सर्दी रहेगी. अभी भी उत्तर भारत के राज्यों में रात के वक्त सड़कों पर लोगों को आग तापते हुए देखा जा सकता है। दिन का तापमान रात के तापमान से दोगुने से भी ज्यादा के स्तर पर पहुंच चुका है। दरअसल उत्तर भारत के ज्यादातर राज्यों में अभी भी न्यूनतम पारे में बढ़ोतरी दर्ज नहीं हुई है। मौसम विभाग की मानें तो अगले कुछ दिनों तक इसी तरह का तापमान उत्तर भारत में बना रहेगा।

मौसम विभाग की मानें तो लगातार बनी पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के चलते ही ऐसा हो रहा है। विभाग का कहना है कि, रविवार रात से लेकर इस पूरे हफ्ते एक बार फिर से पश्चिम विक्षोभ की सक्रियता का असर उत्तर पश्चिमी हिमालय रीजन में बना रहेगा। पश्चिमी विक्षोभ की यह सक्रियता रविवार देर रात से शुरू होने वाली है। आंकड़े अगर देखें तो उत्तर भारत के कुछ राज्यों में अभी भी न्यूनतम पारा 10 डिग्री से कम पर बना हुआ है। उत्तर भारत में हरियाणा के करनाल में बीती रात सबसे कम तापमान साढ़े सात डिग्री सेल्सियस के करीब रिकॉर्ड किया गया। मौसम विभाग के वैज्ञानिकों का अनुमान है कि आने वाले अगले 7 दिनों के भीतर रात के तापमान में बहुत ज्यादा बढ़ोतरी होने के कोई आसार नही है। तो वहीं अगर मौसम विभाग की मानें तो देश की राजधानी दिल्ली और एनसीआर समेत आसपास के इलाकों में रात का पारा अगले एक सप्ताह तक 10 से 13 डिग्री सेल्सियस के बीच बने रहने की संभावना है। जबकि अधिकतम तापमान में इस इलाके में 30 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने का अनुमान लगाया जा रहा है।

मौसम विभाग के वैज्ञानिकों का अनुमान है कि सिर्फ दिल्ली एनसीआर ही नहीं बल्कि पंजाब हरियाणा पश्चिमी उत्तर प्रदेश और चंडीगढ़ के हिस्सों में भी रातों के तापमान में कोई खास बढ़ोतरी नहीं दर्ज होने वाली। राज्यों में भी न्यूनतम पर अलग-अलग जगह पर 11 डिग्री से लेकर 14 डिग्री सेल्सियस तक ही रहने का अनुमान है।

मौसम विभाग का कहना है कि, तापमान की यह असमानता अधिकतम और न्यूनतम पारे के बीच में तकरीबन दो गुने से ज्यादा के बीच में बनी हुई है। वैज्ञानिकों की मानें तो अगले एक सप्ताह तक इसी तरह से मौसम बना रह सकता है। मौसम को लेकर मौसम वैज्ञानिक आलोक यादव बताते हैं कि दरअसल पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता लगातार उत्तर पश्चिम भारत में बनी हुई है। यही वजह है कि रातों के तापमान में बहुत तेजी से बढ़ोतरी नहीं हो पा रही है।

वह कहते हैं कि, रविवार देर शाम से एक बार फिर उत्तर पश्चिमी हिमालय रीजन में पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता होने जा रही है, जिसका असर अगले शनिवार तक उत्तर भारत के अलग-अलग राज्यों में देखने को मिल सकता है। वह कहते हैं कि, इस विचार की सक्रियता का असर बहुत ज्यादा नहीं होने वाला है। यानी अगले एक सप्ताह तक मौसम में तब्दीली तो रहेगी, लेकिन बहुत ज्यादा बारिश और थंडरस्टॉर्म के साथ पहाड़ के ऊंचे हिस्से पर भारी बर्फबारी नहीं होगी।

आलोक यादव आगे बताते हैं कि, पश्चिमी विक्षोभ के कारण कई इलाकों में साइक्लोनिक सर्कुलेशन बना रहेगा। जिससे पंजाब हरियाणा पश्चिमी उत्तर प्रदेश चंडीगढ़ और दिल्ली एनसीआर के कुछ हिस्सों में हल्की-फुल्की बारिश देखी जा सकती है। वह आगे कहते हैं कि, हालांकि हिमाचल प्रदेश और जम्मू कश्मीर के कुछ हिस्सों में सामान्य से ज्यादा बारिश का अनुमान लगाया गया है।