AKTU में ड्रोन के लिए शुरू होगा सेंटर ऑफ एक्सिलेंस, अपर मुख्य सचिव ने की कई बड़ी घोषणाएं, स्टार्टअप के लिए उत्तर प्रदेश सरकार तैयार कर रही है इको सिस्टम, मिलेगी आर्थिक मदद, प्रदेश के तमाम हिस्सों में स्थापित होंगे आईटी पार्क, शिक्षकों और छात्रों को दी गई ये सलाह
लखनऊ। डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (AKTU) में शनिवार को आयोजित इनोवेशन हब की ओर से स्टार्टअप संवादः यूपी स्टार्टअप चैलेंज एंड एक्स्पो का आयोजन किया गया, जिसमें बतौर मुख्य अतिथि अपर मुख्य सचिव अवसंरचना एवं औद्योगिक विकास आईटी एवं इलेक्ट्रॉनिक विभाग अरविंद कुमार ने विद्यार्थियों के हित के लिए कई बड़ी घोषणाएं की।
इस मौके पर उन्होंने हिस्सा ले रहे सभी 60 स्टार्टअप की प्रशंसा की। इसी के साथ उनके नए आइडिया को मूर्त रूप देने का भी वादा किया। इसी के साथ कहा कि पिछले कुछ समय से उत्तर प्रदेश का माहौल बदल रहा है। अब यहां तेजी से बुनियादी सुविधाएं बढ़ रही है। फिर चाहे वह शांति व्यवस्था हो या सड़क, बिजली, पानी इंटरनेट का तेजी से पूरे प्रदेश में जाल बिछ रहा है, जिसका परिणाम ये है कि अब प्रदेश में बहुत भारी मात्रा में निवेश हो रहे हैं। ऐसे क्षेत्र भी विकास की मुख्य धारा में आ रहे हैं जो अब तक अछूते थे। इसका फायदा कहीं न कहीं छात्रों और युवाओं को भी मिलेगा। प्रदेश में स्टार्टअप का माहौल बन रहा है। सरकार इस दिशा में कई कदम भी उठा रही है।
कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि अपर मुख्य सचिव अवसंरचना एवं औद्योगिक विकास आईटी एवं इलेक्ट्रॉनिक विभाग अरविंद कुमार ने कहा कि प्रदेश के हर हिस्से में सेंटर ऑफ एक्सिलेंस शुरू करने की कवायद की जा रही है। एकेटीयू में भी ड्रोन के लिए सेंटर ऑफ एक्सिलेंस शुरू करने की बात कही। कहा कि सरकार कुछ नया करने वालों को हर तरह से सहायता देने के लिए प्रतिबद्ध है। स्टार्टअप को आगे बढ़ाने के लिए हर तरह से प्रयास किया जा रहा है। तकनीकी संस्थानों के शिक्षकों की भी ये जिम्मेदारी है कि वो अपने छात्रों की क्षमताओं को परखें और उनके नये विचार को शेप देने में मदद करें।
छात्रों को ये दिया संदेश
छात्रों से कहा कि हमारे आस-पास तमाम समस्याएं हैं उनके समाधान तकनीकी के जरिये हमें उनके समाधान का प्रयास करना चाहिए। विशिष्ट अतिथि प्रमुख सचिव तकनीकी शिक्षा सुभाष चंद्र शर्मा ने कहा कि स्टार्टअप के लिए जरूरी है धैर्य। बिना धैर्य के हम सफल नहीं हो सकते। स्टार्टअप शुरू करने के दौरान बहुत सी चुनौतियां और नकारात्मक चीजें आएंगी लेकिन इनसे डरना नहीं है। अपने आप को इतना काबिल बना लीजिए कि खुद ब खुद पहचान बन जाएगी। कहा कि कोई भी काम पूरी क्षमता और परफेक्शन से करना चाहिए। वहीं दूसरे विशिष्ट अतिथि यूपीएलसी के एमडी कुमार विनीत ने प्रदेश में स्टार्टअप को लेकर सरकार की योजनाओं की विस्तार से जानकारी दी। कहा कि स्टार्टअप के लिए प्रदेश में एक पूरा इको सिस्टम तैयार किया जा रहा है। जल्द ही प्रदेश के हर जिले में एक मेंटॉर रहेगा।
स्थापित किए जा रहे हैं आईटी पार्क
कुमार विनीत ने बताया कि हर मंडल में आईटी पार्क स्थापित किया जा रहा है। जिससे कि प्रदेश में जो जहां है उसे वहीं नवाचार के लिए सारी सुविधाएं उपलब्ध करायी जा सके। साथ ही बताया कि स्टार्टअप को स्थापित करने तक की हर प्रक्रिया में सरकार मदद कर रही है। कहा कि सरकार स्टार्टअप को आर्थिक सहायता भी कर रही है, जिससे कि इन्क्युबेटीज बिना किसी रूकावट अपने आइडिया को आगे बढ़ा सकें। वहीं, विदेश में लगने वाले एक्स्पो में भाग लेने के लिए सरकार इन्क्युबेटीज की मदद कर रही है।
कुलपति प्रो. प्रदीप कुमार मिश्र ने कहा कि अब समय बदल गया है। देश की इतनी बड़ी आबादी है ऐसे में सबको नौकरी मिलना संभव नहीं है। इसलिए युवाओं को नौकरी करने वाला नहीं बल्कि नौकरी देने वाला बनना चाहिए। उत्तर प्रदेश में स्टार्टअप के प्रति युवाओं में चेतना आयी है। यह कार्यक्रम स्टार्टअप के लिए नींव का पत्थर साबित होगा। इंडियन बॉयोगैस एसोसिएशन के अध्यक्ष गौरव केडिया ने गौ आधारित उन्नति के बारे में बताया। धन्यवाद कुलसचिव नंदलाल सिंह ने दिया। संचालन वंदना शर्मा ने किया। इस मौके पर वित्त अधिकारी जीपी सिंह, इनोवेशन एंड इन्क्युबेशन डीन प्रो. संदीप तिवारी, उप कुलसचिव डॉ. आरके सिंह, सेंटर फॉर एडवांस्ड स्टडीज के निदेशक प्रो. एमके दत्ता, डॉ. अनुज कुमार शर्मा, इनोवेशन हब के हेड महीप सिंह सहित अन्य लोग मौजूद रहे।