भाषाविदों के मुताबिक संस्कृत और कई यूरोपीय भाषाओं की जड़ें एक ही पूर्वज से जुड़ी हैं, जिसे प्रोटो-इंडो-यूरोपियन के नाम से जाना जाता है।
भाषाविदों के मुताबिक संस्कृत और कई यूरोपीय भाषाओं की जड़ें एक ही पूर्वज से जुड़ी हैं, जिसे प्रोटो-इंडो-यूरोपियन के नाम से जाना जाता है।