BUDGET-2022: डाकघर के 35 करोड़ खातों में 10 लाख करोड़ रुपये जमा हैं, अब इनको जोड़ा जाएगा बैंकिंग प्रणाली से, जाने क्या है लाभ
नई दिल्ली। मंगलवार को बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि भारत में 35 करोड़ से अधिक डाकघर जमा खातों (डिपॉजिट अकाउंट्स) में कुल 10 करोड़ रुपये जमा हैं, अब इनको बैंकिंग प्रणाली से जोड़ा जाएगा। उन्होंने केंद्रीय बजट भाषण में 1.5 लाख डाकघरों को कोर बैंकिंग सिस्टम से जोड़ने की घोषणा की। इस पर भारत में केपीएमजी के फाइनेंशियल सर्विसेज एडवाइजरी के पार्टनर और हेड संजय दोशी ने कहा कि इसका मतलब 1.5 लाख डाकघरों में खाताधारकों का वित्तीय समावेश होगा।
दोशी ने आगे कहा कि वर्तमान में डाकघर अपने पारिस्थितिकी तंत्र के भीतर धन के सीमित हस्तांतरण को जमा करता है क्योंकि यह बैंकिंग पारिस्थितिकी तंत्र से जुड़ा नहीं है। 10 लाख करोड़ रुपये से अधिक की जमा राशि वाले 35 करोड़ से अधिक डाकघर जमा खातों को कोर बैंकिंग प्रणाली से जोड़ा जाएगा। कोर बैंकिंग का हिस्सा होने से फंड के प्रबंधन में आसानी होगी, जिसमें पोस्ट ऑफिस की बचत से बैंक खातों में फंड ट्रांसफर करना और बैंक खातों से पोस्ट ऑफिस के खाते में ट्रांसफर करने जैसी सुविधा को भी शामिल किया गया है।
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