पैगम्बर मोहम्मद पर टिप्पणी मामले में कतर के बाद कुवैत और ईरान ने भी की भारत की आलोचना, मात्र 13 साल में ही नूपुर शर्मा किस तरह आईं चर्चा में देखें कैसा रहा है उनका राजनीतिक करियर, देखें वीडियो
पैगम्बर मोहम्मद को लेकर की गई विवादित टिप्पणी के मामले पर कतर के बाद कुवैत और ईरान ने भी भारत की आलोचना कर दी है और भारतीय राजदूतों को इस सम्बंध में समन भेज दिया है। हालांकि इस सम्बंध में भारत सरकार ने रविवार को ही भाजपा की राष्ट्रीय प्रवक्ता नूपुर शर्मा और दिल्ली मीडिया इन-चार्ज नवीन कुमार जिंदल को इस मामले में पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलम्बित कर दिया गया है।
जानें नूपुर शर्मा के राजनीतिक करियर के बारे में
नूपुर शर्मा ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के हिंदी कॉलेज से इकोनॉमिक्स में ग्रेजुएट किया है और लॉ की पढ़ाई भी की है। उन्होंने लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से मास्टर्स ऑफ लॉ की डिग्री हासिल की है। वह छात्र नेता भी रह चुकी हैं। 2008 से उन्होंने अपने राजनीतिक करियर की शुरूआत की थी। इसी साल नूपुर ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के स्टुडेंड्स यूनियन के प्रेजिडेंट का चुनाव भी जीता था। 2015 में नूपुर ने दिल्ली विधान सभा चुनावों में आम आदमी पार्टी से संयोजक अरविंद केजरीवाल के खिलाफ चुनाव भी लड़ा था। और 31 हजार वोटों के अंतर से चुनाव हार गई थीं।
हालांकि वह शुरू से ही भारतीय जनता युवा मोर्चा का एक प्रमुख चेहरा रही हैं। 2017 में दिल्ली प्रदेश के भाजपा अध्यक्ष रहे मनोज तिवारी ने नूपुर को (भाजपा की दिल्ली यूनिट) का प्रवक्ता के पद पर नियुक्त किया था। साल 2020 में पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने उनको राष्ट्रीय प्रवक्ता के पद पर नियुक्त किया था। हालांकि राजनीति का उनका यह करियर भाजपा में फिलहाल रुकता नजर आ रहा है क्योंकि पैगम्बर मोहम्मद पर विवादित टप्पणी करने के बाद भाजपा सरकार ने उनको पार्टी से निष्कासित कर दिया है। इसी के साथ यह भी साफ किया कि यह विचार भाजपा के नहीं हैं। तो दूसरी ओर नूपुर ने अपना बयान वापस ले लिया था और इस सम्बंध में ट्विट भी किया था।