उत्तर प्रदेश में मूल्यांकन केंद्रों का बुरा हाल: भीषण गर्मी में बंद पंखों, गंदे शौचालयों और बिना पेयजल के मूल्यांकन कार्य करने को मजबूर हो रहे शिक्षक, देखें कितने सालों से बकाया है शिक्षकों का पारिश्रमिक
लखनऊ/कानपुर। उत्तर प्रदेश के मूल्यांकन केंद्रों का हाल बुरा होने के कारण भीषण गर्मी में बंद पंखों, गंदे शौचालय और बिना पानी के बीच शिक्षक मूल्यांक कार्य करने को मजबूर हो रहे हैं। यहां तक की केंद्रों पर रोशनी की व्यवस्था भी नहीं है। इसको लेकर शिक्षकों में उबाल है। गुरुवार को शिक्षक संगठनों ने इसका विरोध किया और बोर्ड से इसकी व्यवस्था करने की मांग की।
गुरुवार को उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ (पाण्डेय गुट) के प्रदेश संयोजक शैलेंद्र द्विवेदी के नेतृत्व में संगठन के पदाधिकारियों ने जीआईसी इंटर कॉलेज चुन्नीगंज, मोहन विद्या मंदिर गोविंद नगर एवम आर्य कन्या बालिका इंटर कॉलेज गोविंद नगर मूल्यांकन केंद्रों का जायजा लिया तो दंग रह गए। भीषण गर्मी से परेशान शिक्षकों ने कमरों में बंद पड़े पंखों, गंदे शौचालय, बिना रोशनी एवं पेयजल की सुचारू रूप से व्यवस्था न होने की पीड़ा द्विवेदी एवं संगठन के पदाधिकारियों को बताई। साथ ही साथ पिछले वर्षों के बकाया मूल्यांकन पारिश्रमिक कक्ष निरीक्षण एवं केंद्र व्यस्थापकों के पारिश्रमिक की बात संगठन के नेताओं से कही।
इस पर शैलेंद्र द्विवेदी ने उनकी मांगों को शीघ्र ही मूल्यांकन केंद्रों के व्यस्थापकों एवं विभाग के उच्चाधिकारियों से मिलकर दूर कराने का भरोसा दिलाया। संगठन के पदाधिकारियों ने कहा कि मूल्यांकन केंद्रों पर शिक्षकों के लिये और बेहतर सुविधाएं दी जाय की मांग रखी। मूल्यांकन केंद्रों के भ्रमण में संगठन के प्रदेश मंत्री बृज भूषण मिश्रा,आरसी पाण्डेय,गोपाल शरण सिंह सेंगर, अवधेश कटियार, धीरेंद्र मिश्रा, नीलिमा सिंह, गगन दीप सिंह,अनुराग पाण्डेय, सोहन लाल, शैलेन्द्र अवस्थी, अखिलेश कुशवाह, जेके निषाद, अनुराग कटियार, बंसीधर, हेमंत यादव, मानवेन्द्र सिंह, प्रभात द्विवेदी, रवीन्द्र वर्मा, रोहित कन्नौजिया, मनोज सिंघल, अनिल द्विवेदी, शशांक शुक्ला,राहुल अवस्थी, मनोज पटेल, उदय वर्मा आदि शिक्षक उपस्थित रहे।
दो वर्षों के बकाया पारिश्रमिक नहीं मिला अभी तक
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ (पाण्डेय गुट) के प्रदेश संयोजक शैलेंद्र द्विवेदी ने बताया कि सरयू नारायण बाल विद्यालय नवाबगंज एवम डीएवी इंटर कॉलेज सिविल लाइन मूल्यांकन केंद्रों का जायजा लेने पर मालूम हुआ कि कई शिक्षकों का पिछले वर्षों के बकाया मूल्यांकन पारिष्श्रमिक, कक्ष निरीक्षण एवम केंद्र व्यस्थापकों के पारिष्श्रमिक अभी तक नहीं दिए गए हैं। सीमा तिवारी का मूल्यांकन पारिष्श्रमिक पिछले दो वर्षों से बकाया है। तो वहीं उमा चौरिसया का पिछले वर्ष का मूल्यांकन पारिष्श्रमिक अभी तक नहीं दिया गया है। द्विवेदी ने कहा कि जल्द ही माध्यमिक शिक्षा राज्य मंत्री से मिलकर शिक्षकों की इस समस्या को रखा जाएगा। इस मौके पर मंत्री बृज भूषण मिश्रा, अवधेश कटियार, गगन दीप सिंह,अनुराग पाण्डेय, सोहन लाल, शैलेन्द्र अवस्थी, अखिलेश कुशवाह, जेके निषाद, अनुराग कटियार, बंसीधर, हेमंत यादव, मानवेन्द्र सिंह, प्रभात द्विवेदी, रवीन्द्र वर्मा, रोहित कन्नौजिया, मनोज सिंघल, अनिल द्विवेदी, जिलामहामंत्री राहुल कुमार मिश्रा आदि शिक्षक मौजूद रहे।
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