आजमगढ़ में माध्यमिक स्कूलों का बुरा हाल, कागज पर निर्माण कार्य करा दिया पूरा, भौतिक सत्यापन करने पहुंचे जिलाधिकारी को मिला सब टूटा-फूटा, प्रधान व सचिव पर मुकदमा दर्ज
आजमगढ़। आजमगढ़ में माध्यमिक स्कूलों का बुरा हाल है। यहां शौचालय आदि का जो बजट दिया गया था, उसे जिम्मेदार डकार गए और कागज पर निर्माण कार्य की तस्वीर उकेर दी। ताकि आलाधिकारियों की नजर से बचे रहें, लेकिन उनके इस कारनामे की पोल तब खुल गई, जब बुधवार को अचानक जिलाधिकारी अमृत त्रिपाठी पहुंच गए और कागज में दर्ज निर्माण कार्य का भौतिक सत्यापन करने लगे, तो वह दंग रह गए, क्योंकि मौके पर उनको सब टूटा-फूटा मिला, जो कागज पर लिखा था, वह कहीं नहीं मिला। इस पर नाराज जिलाधिकारी ने तत्काल पूरे मामले की जांच कराकर सचिव और ग्राम प्रधान पर मुकदमा दर्ज करने के आदेश दे दिए हैं।
बता दें कि जिलाधिकारी (डीएम) अमृत त्रिपाठी बुधवार को यूपी बोर्ड परीक्षा की नब्ज टटोलने के लिए जिले में निकले थे, इसी दौरान वह टण्टवा खास पूर्व माध्यमिक विद्यालय पहुंच गए और यहां कायाकल्प योजना के तहत कराये गये कार्यां की जांच करने लगे। वह इस बात पर हैरान थे कि जिस टायलीकरण, दिव्यांग शौचालय, हैन्डवॉशिंग, श्यामपट्ट तथा कक्ष रूम में टाइल्स लगाये जाने की कागज में पुष्टि की गयी थी, वह मौके पर निरीक्षण के दौरान कहीं था ही नहीं। इस पर डीएम ने एसडीएम व बीएसए (जिला बेसिक शिक्षाधिकारी) को इसकी जांच करने के निर्देश दिए। इसी के साथ कहा कि यदि पैसा निकाल लिया गया है तथा काम नहीं कराया गया है तो तत्काल प्रधान, सचिव पर मुकदमा दर्ज कराया जाए। इस मौके पर प्रधानाचार्य द्वारा बताया गया कि विद्यालय में कुल 6 अध्यापक विद्यालय में पोस्ट हैं, जिसमें से दो की ड्यूटी बोर्ड परीक्षा में लगाई गई है, जिसका सत्यापन कराए जाने पर दोनों ड्यूटी पर अनुपस्थित पाए गए। इस पर डीएम ने तत्काल बीएसए को अनुपस्थित शिक्षकों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही करने के लिए निर्देश दिए।
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