बीएड प्रवेश परीक्षा टॉपर्स ने पूछा सीएम योगी से … आखिर कब आएगा उनका नम्बर
लखनऊ। इस बार उत्तर प्रदेश में बीएड की प्रवेश परीक्षा में टॉप थ्री में पुरुषों का वर्चस्व रहा है। हाल ही में लखनऊ विश्वविद्यालय द्वारा जारी परिणाम में लखनऊ, कुशीनगर और गोरखपुर के युवाओं ने टॉप थ्री में जगह बनाई। इनमें से एक तो आर्मी से रिटायर हैं और पहली बार में ही प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण कर ली। सभी को उम्मीद है कि जल्द ही टीईटी की परीक्षा का भी आयोजन सरकार करेगी और इस परीक्षा को पास कर उनको भी नियुक्ति मिल जाएगी, लेकिन इसके बीच एक रोड़ा ये हैं कि अभी जब पिछले कई सालों के टीईटी पास वालों की नियुक्ति नहीं की जा सकी है तो इनका नम्बर कब आएगा, ये एक बड़ा सवाल है। फिलहाल इन अभ्यर्थियों को प्रदेश सरकार पर पूरा भरोसा है कि जल्द ही वैकेंसी खोल कर सरकार नियुक्ति शुरू करेगी। तो आइए टॉपर्स की आंखों में पल रहे सपनों के जानें-
उत्तर प्रदेश में पहले स्थान पर जगह बनाने वाले लखनऊ के आशु राना ने कहा कि उनको ग्रामीण इलाके में काम करने का सपना है। वो बच्चों का भविष्य बनाना चाहते हैं। इसीलिए शिक्षक बनने को प्राथमिकता दी। 2017 में उन्होंने बीटेक किया। गावों में काम करने के सपने को पूरा करने के लिए वह महात्मा गांधी नेशनल फेलोशिप की परीक्षा भी पास कर चुके हैं। बस इन्टरव्यूव रिजल्ट की इंतजार कर रहे हैं। आशु बताते हैं कि यह फेलोशिप ग्रामीण इलाकों की बेहतरी के लिए काम करती है। साथ ही वह सिविल की भी तैयारी कर रहे हैं। आशु कहते हैं कि सरकार को जल्द से जल्द वैकेंसी निकाल कर शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया को शुरू कर देना चाहिए।
प्रदेश में दूसरा स्थान प्राप्त करने वाले एजाज अहमद (38) बताते हैं कि उन्होंने 20 साल एयरफोर्स में नौकरी की है। 30 जून को वह रिटायर हुए हैं। कॉमर्स से नेट भी क्वालीफाई कर चुके हैं। देश सेवा के बाद वह चाहते हैं कि गांवों के बच्चों का भविष्य संवारें। इसीलिए उन्होंने बीएड की प्रवेश परीक्षा दी। वह कहते हैं कि टीईटी भी पास कर लेंगे, बस सरकार नियुक्तियां खोल दे। ताकि पहले के टीईटी क्वालीफाई कर चुके अभ्यर्थियों के साथ न्याय हो सके। उन्होंने बताया कि उनका छोटा भाई भी शिक्षक है।
बीएड प्रवेश परीक्षा में तीसरा स्थान प्राप्त किया है गोरखपुर के अजय गौड़ ने। अजय फिलहाल एसएससी की तैयारी कर रहे हैं। वह कहते हैं कि बीटेक करने के बाद खाली बैठे थे। अंकल के कहने पर बीएड की परीक्षा दी और प्रदेश में तीसरा स्थान हासिल कर लिया। उन्होंने बताया कि इस बार बीएड का पेपर काफी हद तक SSC पैटर्न का था। इसीलिए उनको खास दिक्कत नहीं हुई। फिलहाल तो वह इनकम टैक्स ऑफिसर बनना चाहते हैं। उनको भी उम्मीद है की प्रदेश सरकार जल्द ही उन अभ्यर्थियों का दर्द भी समझेगी, जो सालों से टीईटी पास किए बैठे हैं और नियुक्ति नहीं हो रही है।