लखनऊ विश्वविद्यालय के बीटेक छात्र ने 15-20 साथियों के साथ एक छात्र का फोड़ा सिर, दस्तार खोलकर खींचे बाल, मामला दर्ज, विश्वविद्यालय ने की बड़ी कार्यवाही
लखनऊ। सीतापुर रोड स्थित लखनऊ विश्वविद्यालय के द्वितीय परिसर के बीटेक कम्प्यूटर साइंस द्वितीय वर्ष के छात्र सुंधांशु राज पुत्र राजेश सिंह ने विश्वविद्यालय के ही एक छात्र को अपने दर्जन भर साथियों के साथ मिलकर जमकर मारापीटा और उसका सिर फोड़ दिया। इसी के साथ उसका दस्तार खोलते हुए बाल भी खींचे और उसकी धार्मिक भावनाओं को आहत किया। इसकी जानकारी होने के तुरंत बाद ही विश्वविद्यालय ने आरोपित छात्र सुधांशु को छात्रहित के सभी लाभों से बाहर कर दिया है और साथ ही उसके खिलाफ कड़ी कार्यवाही करते हुए तीन दिन के अंदर अपना पक्ष रखने की मोहलत दी। इसके बाद उसे विश्वविद्यालय से निकाला भी जा सकता है। दूसरी ओर आरोपित छात्र पर मामला दर्ज कर दिया गया है।
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विश्वविद्यालय की ओर से जारी एक आदेश में बताया गया है कि सीतापुर रोड स्थित लखनऊ विश्वविद्यालय के द्वितीय परिसर के अभियांत्रिकी संकाय में अध्ययनरत एक छात्र को इंजीनियरिंग चौराहे पर रोक कर अपने अन्य 15 से 20 साथियों के साथ मिलकर राड, हाकी एवं बेल्ट आदि से हमलाकर कर उसका सिर फोड़ देने, उसके शरीर पर गम्भीर चोट पहुंचाने तथा उसकी धार्मिक भावनाओं को आहत करने के लिए उसकी दस्तार खोलकर उसके बाल को खींचकर मारपीट करने तथा जातिसूचक अपशब्दों का प्रयोग करने के आरोप में सुंधांशु राज पुत्र राजेश सिंह बीटेक (कम्प्यूटर साइंस) द्वितीय वर्ष को तत्काल प्रभाव से विवचना चलने तक विश्वविद्यालय (विवि) के छात्रत्व से निलम्बित कर दिया गया है। इसी के साथ विवि ने उभय परिसर एवं छात्रावासों में प्रवेश प्रतिबंधित कर उसके आवंटित कक्ष का आवंटन भी निरस्त कर दिया है। साथ ही छात्र हित की सभी सुविधाओं से आरोपित को वंचित करने का आदेश भी दे दिया है। बता दें कि आरोपित छात्र सुधाशु ग्राम व पोस्ट धधानी भनमालराय, जिला गाजीपुर (उत्तर प्रदेश) का रहने वाला है।
इसी के साथ विश्वविद्यालय ने यह भी कहा है कि मारपीट की घटना में शामिल अन्य दोषी छात्र भी अगर विश्वविद्यालय के ही होते हैं तो उन पर भी अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी। इसी के साथ विश्वविद्यालय ने आरोपित सुधांशु राज को निर्देशित किया है कि उक्त घटना के सम्बंध में तीन दिन के अंदर अपना लिखित स्पष्टीकरण प्रो. राकेश द्विवेदी के कार्यालय में स्वयं उपस्थित होकर प्रस्तुत कर। अगर वह ऐसा नहीं करता है तो उसे विश्वविद्यालय से निकाल दिया जाएगा। फिलहाल इस पूरी घटना की वजह सामने नहीं आ सकी है।
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