Home » काशी विश्वनाथ पर विवादित बयान देने वाले लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रो. रविकांत से मिलने उनके घर पहुंचे चंद्रशेखर रावण, साथ आए लड़कों ने छात्रों को बोले अपशब्द, फेंके पत्थर, देखें वीडियो
काशी विश्वनाथ पर विवादित बयान देने वाले लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रो. रविकांत से मिलने उनके घर पहुंचे चंद्रशेखर रावण, साथ आए लड़कों ने छात्रों को बोले अपशब्द, फेंके पत्थर, देखें वीडियो
लखनऊ। काशी विश्वनाथ को लेकर विवादित बयान देने वाले लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रो. डा. रविकांत से मिलने के लिए उनके घर लखनऊ पहुंचे आज़ाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर रावण। इस मौके पर विश्वविद्यालय (विवि) के छात्रों ने आरोप लगाया कि रावण के साथ जो लड़के पहुंचे थे उन्होंने विवि के विद्यार्थियों को अपशब्द कहे और उनको मारने की कोशिश भी की। इस पर विवि में तैनात पुलिस ने गेट नम्बर 8 बंद कर लिया। इसके बाद धक्का देकर अराजकतत्व गेट खुलवाने लगे, मानों गेट तोड़ देंगे। इसी दौरान कुछ ने ईंटा-पत्थर भी फेंका।
इस सम्बंध में विवि के हॉस्टल के छात्रों ने एकत्र होकर एक शिकायती पत्र विवि प्रशासन को सौंपा है। इसी के साथ शिकायत की है कि प्रो. रविकांत के समर्थन में आए बाहरी हिसंक अराजक तत्वों ने छात्रों पर जानलेवा हमला करने की कोशिश की। छात्रों ने बताया कि घटना 26 मई की दोपहर 12.30 बजे के करीब हुई। तकरीबन 400 की संख्या में बाहरी अराजकतत्वों ने विद्यार्थियों को अपशब्द कहे और विश्वविद्यालय में घुसकर आपत्तिजनक नारे लगाए।
एक छात्र ने बताया कि विवि के 8 नम्बर गेट के पास ही प्रो. रविकांत का घर है। वहीं पर चंद्रशेखर आजाद रावण उनके समर्थन में उनसे मिलने के लिए पहुंचे थे और अपने साथ करीब 400 से अधिक लड़के लेकर भी आए थे। चूंकि फेयरवेल पार्टी भी थी तो सभी विद्यार्थियों का आना-जाना लगा था। इसी दौरान एक छात्र, जो कि भगवा गमछा लपेटे था, उसे देखकर बाहर से आए लड़के जय भीम का नारा लगाने लगे और अपशब्द कहने लगे।
छात्राओं को भी आपत्तिजनक शब्द कहे। इसी दौरान पुलिस ने 8 नम्बर गेट बंद करना चाहा तो धक्का-मुक्की की। मानो वे गेट तोड़ देंगे। इस दौरान उन लोगों ने पत्थर भी फेंके। इसके बाद विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों ने कुलपति आलोक कुमार राय के मुलाकात की और हॉस्टल की सुरक्षा की मांग की और कहा कि इस तरह तो कोई छात्र विवि में सुरक्षित ही नहीं हैं। इस पर कुलपति ने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने का आश्वासन दिया है, लेकिन अभी तक प्रोफेसर द्वारा की गई आपत्तिजनक टिप्पणी पर कोई एक्शन नहीं लिया है। फिलहाल विवि द्वारा जांच कमेटी गठित की गई है जो पूरे मामले की जांच कर रही है। तो दूसरी ओर इस मामले को लेकर विवाद और गहराता जा रहा है। इसी के साथ सियासत भी तेज हो गई है। दो दल आमने-सामने होते हुए दिखाई दे रहे हैं।
बता दें कि हाल ही में प्रो. डा. रविकांत ने काशी विश्वनाथ मंदिर को लेकर एक टीवी डिबेट में काशी विश्वनाथ मंदिर और ज्ञानवापी मस्जिद पर चल रहे विवाद को लेकर पट्टाबि सितारमैया की किताब का हवाला देते हुए टिप्पणी की थी। इसी के बाद से हिंदू संगठनों सहित विद्यार्थी परिषद व छात्र-छात्राएं उनके खिलाफ उतर गए थे, इसके बाद दलित समाज के कई संगठन भी उनके खिलाफ हो गए थे। हालांकि इस मामले में प्रोफेसर ने माफी भी मांग ली थी फिर भी मामला ठंडा नहीं हुआ और विवि में सियासत गरमाती हुई दिखाई दे रही है।