यूक्रेन में युद्ध के बीच खतरें में गर्भवती महिलाएं, लोगों के मसीहा को द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद एक बार फिर निकाला गया कैथेड्रल से, देखें वीडियो
नई दिल्ली। यूक्रेन पर 11वें दिन रूस द्वारा लगातार हमला किया जा रहा है। इस बीच गर्भवती महिलाओं को खासी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। तो वहीं धर्म को मानने वाले यूक्रेन में ईसा मसीह की प्रतिमा को एक बार फिर से बंकर में रखने के लिए यूक्रेन के लविवि के अर्मेनियाई कैथेड्रल से निकाल लिया गया है। ऐसा द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद किया जा रहा है।
बीबीसी न्यूज हिंदी द्वारा जारी एक वीडियो में यूक्रेन के डा. यूरी जर्मन बता रहे हैं कि पूरा मैटरनिटी वार्ड बेसमेंट में शिफ्ट कर दिया गया है। प्रतिदिन हवाई हमले के सायरन बज रहे हैं। खेरसान के एक अस्पताल में दो गर्भवती प्रसव पीड़ा में हैं। पूरे शहर में गोलीबारी जारी है। डाक्टर ने कहा कि अगर गर्भवती महिलाओं के लिए कोई आपात स्थिति बनती है, जैसे उनका सिजेरियन करना पड़े या खून का बहाव को रोकना पड़े तो इस संकट की घड़ी में महिलाएं खतरे में आ सकती हैं। डाक्टर ने कहा कि रूस के राष्ट्रपति ने खुद को मसीहा कहा है लेकिन वह असभ्य की तरह व्यवहार कर रहे हैं, ये पूरी दुनिया को देखना चाहिए। इस वीडियो में उन दो गर्भवतियों का जिक्र भी किया गया है, जिनकों दर्द उठा और फिर उन्हें मुश्किल से सीढ़ियों के जरिए नीचे उतार कर बेसमेंट में भेजा गया। फिलहाल वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि किस तरह गर्भवती महिलाएं कम जगह में रहने को मजबूर हैं और जमीन पर लेटने को मजबूर हैं और तमाम समस्याओं का सामना कर रही हैं।
तो वहीं लोगों के मसीहा ईसा मसीह को बंकर में रखने के लिए कैथेड्रल के निकाला गया है। इस सम्बंध में कीव पोस्ट द्वारा जारी एक ट्वीट में लिखा गया है कि यूक्रेन के लविवि के अर्मेनियाई कैथेड्रल से ईसा मसीह की प्रतिमा को सुरक्षा के लिए बंकर में रखने के लिए निकाला जा रहा है। आखिरी बार इसे WWII (विश्वयुद्ध द्वितीय) के दौरान निकाला गया था। (फोटो बीबीसी के वायरल वीडियो से ली गई है)
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