पुरानी पुस्तकें व नोट्स बेचने व खरीदने का ऑनलाइन संसार “PUSTAKEY APP”, XARTUP ने दिया 2.5 करोड़, देखें कौन-कौन सी किताबों का है यहां संगम
जब Xartup ने देखा पांचों दोस्तों का हुनर तो स्टार्टअप के लिए दे दिए 2.5 करोड़। पूरे भारत में तमाम प्रतियोगी परीक्षाओं में इस्तेमाल होने वाली पुस्तकों को एक ही मंच पर उपलब्ध करा रहा है PUSTAKEY एप।
लखनऊ। अगर आपके आर्थिक रूप से सक्षम नहीं हैं कि मेडिकल व इंजीनियरिंग, यूपीएससी, एसएससी, गेट व लॉ की पुस्तकों को खरीद सकें और पुरानी किताबें आपको ढूंढे नहीं मिल रही हैं, तो आपको ये सहूलियत देने के लिए आ गया है PUSTAKEY (पुस्तके) एप। इसमें पूरे भारत में इस्तेमाल की जाने वाली नई-पुरानी पुस्तकों का सागर समाया हुआ है। इसी के साथ नोट्स भी दिए गए हैं, जिनको कम दाम में आसानी से घर बैठे ही खरीदा जा सकता है। हाल ही में इस एप के डेवलपर्स की कड़ी मेहनत और लगन को देखते हुए Xartup ने 2.5 करोड़ की टेक्नीकल फंडिंग की है, ताकि एप को लाखों-करोड़ों जरूरतमंद तक पहुंचाया जा सके।
चार दोस्तों ने डेवलप किया ये एप
PUSTAKEY एप को चार दोस्तों ने मिलकर डेवलप किया है। इनकी मुलाकात इंजीनियरिंग की तैयारी के वक्त कोटा में हुई थी। इसके बाद से ये सभी भविष्य में आगे बढ़ने के लिए एक हो गए। इन पांच दोस्तों की टीम में लखनऊ IET के छात्र शिवेंद्र पाण्डेय भी शामिल हैं। शिवेंद्र बताते हैं कि तैयारी के वक्त हम लोगों के सामने भी ये दिक्कत आती थी कि सभी किताबें नहीं खरीद सकते थे। इसी तरह देखा कि बहुत से ऐसे विद्यार्थी थे जो नई किताबें नहीं खरीद सकते थे और पुरानी किताबों के लिए बड़ी खोजबीन करनी पड़ती थी। बस तभी ठान लिया कि कुछ ऐसा डेवलप करेंगे कि विद्यार्थियों को आसानी से महंगी किताबें सस्ते दाम में मिल जाए। बता दें कि पुस्तके एप में इस्तेमाल की गई किताबें, नोट्स और अध्ययन सामग्री खरीदने और बेचने का एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म है। यह ओएलएक्स का उन्नत और विशिष्ट संस्करण है जो डिलीवरी और भुगतान की सुविधा भी प्रदान करता है।
किताब बेचने के लिए करें ये काम
अगर आप अपनी किताब बेचना चाहते हैं तो आपको बस उस पुस्तक का विज्ञापन इस एप पर पोस्ट करना होगा। साथ ही जो दाम आप चाहते हैं वो दाम आपको साथ में लिख देने होंगे। डिलीवरी एजेंट पुस्तक को आपके पास से उठाएगा और खरीदार को डिलीवरी सुनिश्चित कर देगा। डिलीवरी के बाद जो भी राशि होगी वो विक्रेता के बैंक खाते में चली जाएगी।
अगर किताब खरीदना चाहते हैं, तो ये करें काम
पुस्तके एप पर जाएं और अपनी पसंद की पुस्तक का चयन करें। साथ ही जो दाम आप चाहते हैं, उसके अनुसार मोलभाव करें। तय होने पर डिलीवरी एजेंट इसे आपके दरवाजे पर सप्लाई कर जाएगा। बता दें कि एप में 20+ श्रेणियां और पुस्तकों की 70+ उपश्रेणियाँ रखी गई हैं। Jee, neet, upsc, medical, engineering सहित सभी प्रतियोगी परिक्षाओं की पुस्तकें इस मंच पर सेल की जा सकती हैं। फिलहाल अभी 16 कैटेगरी रखी गई है। जल्द ही अन्य और विषयों की पुस्तकों का जखीरा भी विद्यार्थियों को मिलेगा।
यूट्यूबर शिक्षक ने किया गाइड
शिवेंद्र बताते हैं कि केमेस्ट्री के शिक्षक अरविन्द अरोरा ( A2 Sir) ने हम सभी को गाइड किया। सर की मदद से ही वह अपने स्टार्टअप को आगे ले जाने में सफल रहे हैं और साथ ही फंडिंग भी जुटा सके। बता दें कि अरोरा एक यूट्यूबर हैं और यूट्यूप पर उनके 12 million subscribers हैं। अरविंद अरोरा बंगलूरू में रहते हैं और इनसे शिवेंद्र व उनके दोस्तों की मुलाकात ऑनलाइन हुई थी।
ये है टीम
शिवेन्द्र पांडेय ( IET लखनऊ) BTech 3rd year। शिवेंद्र बस्ती के रहने वाले हैं।
आयुष खंडेलवाल, BTech, CSE। आयुष बिहार के रहने वाले हैं।
तानिश गुप्ता ( आईआईटी दिल्ली) BTech। तानिश पंजाब होशियारपुर के रहने वाले हैं।
शुभम गुप्ता 2nd year(DSCE बेंगलुरु), 3rd year।
ऋषभ धीमन, ऋषभ एक सॉफ्टवेयर डेवलपर हैं।
पुस्तकें के 25 हजार यूजर्स हो चुके हैं
शिवेंद्र बताते हैं कि फरवरी में पुस्तके एप को लांच किया था। तब से लेकर अभी तक 25 हजार यूजर्स हो चुके हैं। इसे प्लेस्टोर पर जाकर डाउनलोड किया जा सकता है। पुस्तके पर अभी तक हजारों ऑर्डर आ चुके हैं और यूट्यूब पर 22 मिलियन सब्सक्राइबर्स हो चुके हैं। शिवेंद्र बताते हैं कि पूरे भारत में सेकंड हैंड बुक्स का मार्केट सेट करने के बाद, हम तात्कालिक शिक्षण पद्धति में बदलाव लाना चाहते हैं। पुस्तके के तहत हम सभी विद्यालय स्तर पर स्किल डेवलपमेंट कोर्स लॉन्च करने जा रहे है ताकि बेरोजगारी को मात दी जा सके। इसी के साथ Pustakey छात्रों को मेंटरशिप, करियर का चुनाव और प्रशिक्षित काउंसलर द्वारा मार्गदर्शन भी प्रदान करेगा। हम अपने मंच पर स्कूलों को शामिल कर रहे हैं और छात्रों को गुणवत्ता के साथ-साथ ब्रांडेड किताबें भी उपलब्ध करा रहे है।