मंदिर की दान पेटी में श्रद्धालु का गिरा iPhone…मंदिर प्रशासन ने ये बात कहकर लौटाने से किया इंकार; जानें क्या है 1975 का नियम-Video

December 21, 2024 by No Comments

Share News

Viral Video: तमिलनाडु के एक मंदिर से अजीबोगरीब मामला सामने आ रहा है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मंदिर के दानपात्र में दान करते वक्त गलती से भक्त का आइफोन गिर गया. जब श्रद्धालु के कहने पर दानपात्र खोला गया तो उससे फोन निकला लेकिन मंदिर प्रशासन ने उसे वापस करने से इंकार कर दिया और कहा कि अब ये फोन भगवान की संपत्ति है.

दरअसल 1975 के एक नियम के अनुसार मंदिर के दान पात्र यानी हुंडियाल में दिया गया कोई भी चढ़ावा किसी को वापस नहीं किया जा सकता है। बता दें कि ये मामला श्री कंडास्वामी मंदिर, तिरुपुरुर से सामने आया है. दिनेश नामक व्यक्ति ने यहां पर दान किया था तो उसी वक्त गलती से दानपात्र में आइफोन भी गिरा दिया। इसका अहसास होते ही उसने मंदिर के अधिकारियों से संपर्क किया और अनुरोध किया कि उसका आइफोन उसे वापस कर दिया जाए लेकिन मंदिर प्रशासन ने शुक्रवार को दानपात्र खोलने के बाद कहा कि आइफोन दानपात्र में पाया गया है। अगर वह चाहे तो फोन का डाटा वापस ले सकते हैं, लेकिन फोन वापस नहीं मिल सकता।

राज्यमंत्री ने कही ये बात

हालांकि, दिनेश ने मंदिर प्रशासन की ये बात मानने से मना कर दिया है जिद की कि उसे फोन लौटाया जाए. जब इस मामले को शनिवार को राज्य के मंत्री पीके शेखर बाबू के संज्ञान में लाया गया तो उन्होंने कहा, दानपात्र में जो कुछ भी दिया जाता है, वह भगवान की संपत्ति हो जाती है भले ही उसे गलती से दिया गया हो। मंत्री ने कहा, नियमों के अनुसार मंदिर प्रशासन भक्तों को प्रसाद या दान वापस नहीं लौटा सकता। फिलहाल इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है तो वहीं इस मामले का मुद्दा बनता देख राज्यमंत्री ने कहा है कि भक्त को इसकी भरपाई करने की संभावना को लेकर विभाग के अधिकारियों के साथ चर्चा कर उचित निर्णय लिया जाएगा. इस तरह की घटना राज्य में पहली है.

मई 2023 में हुई थी इस तरह की घटना

मीडिया रिपोर्ट्स के एक दावे की मानें तो वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि केरल के अलाप्पुझा की भक्त एस. संगीता ने मई 2023 में अनजाने में अपनी 1.75 सोने की चेन पलानी के प्रसिद्ध श्री धनदायुथपानी स्वामी मंदिर के हुंडियाल (दानपात्र) में गिरा दी थी। इस मामले को जब सीसीटीवी में देखा गया तो घटना सही पाई गई और फिर मंदिर बोर्ड आफ ट्रस्टीज के अध्यक्ष ने अपने निजी खर्च पर उसी मूल्य की एक नई सोने की चेन खरीद कर उनको वापस की थी.

ये भी पढ़ें-बड़ी खबर; सुप्रीम कोर्ट ने मंदिर-मस्जिद सर्वे को लेकर दिया बड़ा फैसला! वर्शिप एक्ट को लेकर कही ये बड़ी बात