UKRAINE-RUSSIA CRISIS:लड़खड़ाया भारतीय रुपया
नई दिल्ली। रूस-यूक्रेन के बीच छिड़ी जंग के कारण आर्थिक संकट भी मंडराता दिखाई दे रहा है। मीडिया सूत्रों के मुताबिक भारतीय रुपया गुरुवार को 1 फीसदी से ज्यादा कमजोर हो गया। रुपया बुधवार के 74.55 रुपये के बंद भाव से 1.3 प्रतिशत कमजोर होकर 75.65 रुपये प्रति डॉलर पर आ गया।
रूस द्वारा यूक्रेन में सैन्य अभियान की घोषणा के बाद वैश्विक इक्विटी सूचकांक और मुद्राएं भी गिर गईं हैं।
एडलवाइस सिक्योरिटीज (Edelweiss Securities) के फॉरेक्स एंड रेट्स ( Forex and Rates) प्रमुख सजल गुप्ता ने मीडिया को दी जानकारी में कहा कि आरबीआई ने आज बिना किसी बड़े हस्तक्षेप के रुपये को ढीला कर दिया और इसे अन्य मुद्राओं के साथ मिलान करने की अनुमति दे दी है। इस बार रुपये ने परिपक्व प्रदर्शन किया और 630 अरब डॉलर के मजबूत भंडार के बावजूद मूल्यह्रास देखा। मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज (Motilal Oswal Financial Services) के फॉरेक्स और बुलियन एनालिस्ट (Forex and Bullion Analyst) गौरांग सोमैया के जारी बयान के मुताबिक रूस और यूक्रेन के बीच तनाव बढ़ने के कारण आज के सत्र में रुपया तेजी से गिर गया। रूस द्वारा यूक्रेन पर हमला किए जाने की रिपोर्ट ने समग्र बाजार भावना को परेशान किया और जोखिमपूर्ण संपत्तियों में कमजोरी का कारण बना। हम उम्मीद करते हैं कि यूएसडी-आईएनआर (स्पॉट) एक सकारात्मक पूर्वाग्रह के साथ व्यापार करेगा और 75.50 और 76.20 की सीमा में बोली लगाएगा।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के रिटेल रिसर्च के उप प्रमुख, देवर्ष वकील ने अपने जारी बयान में कहा कि रूस-यूक्रेन संघर्ष ने भावनाओं को प्रभावित किया और तेल आयातकों की मजबूत महीने के अंत में डॉलर की मांग के कारण रुपया एशिया में सबसे खराब प्रदर्शन करने वाली मुद्रा बन गया। भू-राजनीतिक अनिश्चितताओं ने जोखिम वाली संपत्तियों में बिकवाली को बढ़ावा दिया और ब्रेंट क्रूड ऑयल की कीमतें 100 डॉलर प्रति बैरल से अधिक हो गईं, जिसके परिणामस्वरूप जून 2021 के बाद से रुपया सबसे अधिक लुढ़क गया है।
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