Home » बारिश की एक-एक बूंद की जाएगी संरक्षित, लखनऊ में चिह्नित किए जाएंगे 20 स्थान, जल्द ही रिबोर होंगे 12 नलकूप और खराब पड़े सभी समरसेविल, अगर कहीं हो पेयजल की समस्या तो इन नम्बरों पर करें फोन
बारिश की एक-एक बूंद की जाएगी संरक्षित, लखनऊ में चिह्नित किए जाएंगे 20 स्थान, जल्द ही रिबोर होंगे 12 नलकूप और खराब पड़े सभी समरसेविल, अगर कहीं हो पेयजल की समस्या तो इन नम्बरों पर करें फोन
लखनऊ। भीषण गर्मी और पानी की किल्लत को देखते हुए सोमवार को महापौर संयुक्ता भाटिया ऐशबाग स्थिति जलकल विभाग मुख्यालय पहुंचीं और पेयजल व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए महाप्रबंधक जलकल एसके वर्मा सहित सभी जोनों के अधिशासी अभियन्ताओं के साथ समीक्षा बैठक की। इसी के साथ निर्देश दिया कि भीषण गर्मी के दौरान लखनऊ में पेयजल की कमी न होने पाए। इसके अलावा महापौर ने अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए।
समीक्षा बैठक के दौरान महापौर संयुक्ता भाटिया ने पानी की उपलब्धता संबधी जानकारी ली तो महाप्रबंधक जलकल ने बताया कि 40 जोनल पम्पिंग स्टेशन, 147 ओवरहेड टैंकों, 750 नलकूपो से जनता को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जा रहा है, जिनकी प्रतिदिन 250 रैंडम स्थानों पर पानी की जांच भी की जा रही है, जिसकी फ़ोटो प्रतिदिन व्हाट्सप्प पर मंगवाकर नियमित डिजिटल डायरी बनाई जा रही है। इस पर महापौर ने भीषण गर्मी को देखते हुए आवश्यकतानुसार पानी का समय बढ़ाए जाने के निर्देश दिए। साथ ही कही दूषित जलापूर्ति की शिकायत आती है तो त्वरित उसका निस्तारण करने के लिए भी निर्देश दिया। इसी के साथ यह भी आदेश दिया कि जब तक दूषित जल का निस्तारण न हो जाए, तब तक जनता के लिए टैंकरों के माध्यम से शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जाए।
राजधानी के खराब पड़े समरसेविल की होगी मरम्मत महापौर संयुक्ता भाटिया ने जलकल की समीक्षा बैठक में सभी अभियन्ताओं को निर्देशित किया कि लखनऊ क्षेत्र में जितने भी समरसेविल खराब पड़े हैं, उनको तत्काल ठीक कराया जाए। 3 दिन के अंदर सभी अधिशाषी अभियंता अपने क्षेत्रों में सभी खराब समरसेविल पंपों का सर्वे कर सूचीबद्ध करें और उन्हें तत्काल ठीक कराएं जिससे जनता को फौरी राहत मिल सके।
वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम के लिए स्थान चिन्हित करने के दिये निर्देश महापौर संयुक्ता भाटिया ने गिरते भूजल स्तर पर चिंता जताते हुए एवं भविष्य की आवश्यकताओं को देखते हुए सभी अधिशासी अभियन्ताओं को निर्देशित किया कि सभी लोग अपने-अपने जोनों में ऐसे 20 स्थान चिन्हित करें जहाँ बरसात में वर्षा जलसंरक्षण किया जा सके और गिरते भूजल स्तर में भविष्य के लिए जल संरक्षण किया जा सके। महापौर ने कहा कि इसके लिए बजट में भी 2 करोड़ रुपए की व्यवस्था की गई हैं। महापौर ने अधिकारियों से कहा कि वर्षा की एक एक बूंद को धरती में वापस लौटने की शुरुआत करने की महती आवश्यकता है अतः इसका शुभारंभ अभी वर्षा ऋतु में ही किया जाए।
खराब ट्यूबवेल रिबोर के दिए निर्देश महापौर ने महाप्रबंधक जलकल को शहर में खराब पड़े 12 टयूबवेल को तत्काल रिबोर के लिए निर्देशित किया, जिससे वहाँ की जनता को भीषण गर्मी में शुद्व पेयजल उपलब्ध हो सके। बैठक के दौरान महापौर संयुक्ता भाटिया के साथ महाप्रबंधक जलकल शैलेंद्र वर्मा, सचिव राम कैलास, अधिशासी अभियंता अविनाश कुमार श्रीवास्तव, विश्वनाथ गुप्ता, बंसीधर राजपूत, रमेश चंद्र, विक्रम आदि मौजूद रहे।