तेल चोरी का वीडियो वायरल होने के बाद मेयर ने तेल माफिया सुशील गुप्ता और नगर निगम के दोषी कर्मचारियों के खिलाफ दिए FIR दर्ज कर जेल भेजने के साथ निर्देश, लखनऊ में लागू हुए 6 सख्त नियम, सात दिनों के भीतर जीपीएस सिस्टम से लैस होंगी सभी गाड़ियां, देखें वीडियो
लखनऊ। सोमवार को लखनऊ की महापौर (मेयर) संयुक्ता भाटिया ने बलाकदर में चोरी के तेल खरीद का वीडियो वायरल होने का स्वतः संज्ञान लिया और तत्काल नगर आयुक्त अजय द्विवेदी को साथ लेकर गोमती नगर स्थित नगर निगम के केंद्रीय कार्यशाला (आरआर विभाग) में औचक निरीक्षण करने पहुंची और तेल आवंटन के दस्तावेज चेक किए तथा तेल चोरी न होने के लिए आवश्यक दिशा निर्देश अधिकारियों को दिए। इसी के साथ वायरल वीडियो में दिख रहे तेल माफिया सुशील गुप्ता के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराने एवं तेल चोरी में संलिप्त नगर निगम कर्मियों की पहचान कर एफआईआर दर्ज कराने के लिए नगर आयुक्त और आरआर प्रभारी राम नगीना त्रिपाठी को निर्देशित किया।
डिजिटल डायरी बनाने के दिए निर्देश
इस दौरान महापौर ने अपर नगर आयुक्त अभय पांडेय को वायरल वीडियो की जांच करने के लिए निर्देशित किया साथ ही तेल चोरी रोकने के लिए कड़े कदम उठाने के लिए भी निर्देशित किया। बता दें कि नगर आयुक्त अजय द्विवेदी के साथ अचानक आरआर विभाग पहुंची महापौर संयुक्ता भाटिया ने फोन कर आरआर प्रभारी राम नगीना त्रिपाठी को बुलाया एवं तेल आवंटन करने वाले दस्तावेज यथा लॉग बुक, इंट्री बुक तलब कर जांच की, इस दौरान सिर्फ 11 गाड़ियों की ही इंट्री बुक मिली, जिस पर महापौर ने नराजगी जताते हुए समस्त गाड़ियों की इंट्री बुक मंगवाई। साथ ही महापौर ने कहा कि सभी गाड़ियों की तेल देते समय उसकी रीडिंग नोट करें और फ़ोटो खींच कर डिजिटल डायरी बनाने के निर्देश दिए।
चलेगा तेल चोरों को पकड़ने का अभियान
निरीक्षण के दौरान महापौर ने नगर निगम के तेल माफियाओ पर शिकंजा कसने के लिये तेल चोरी में लिप्त रहे एक पूर्व ड्राइवर के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराने के साथ ही आज के वायरल वीडियो में तेल खरीदने वाले तेल माफिया के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराने के लिए भी निर्देशित किया, साथ ही तेल चोरों को पकड़ने के लिए अभियान चलाने को भी कहा।
डिब्बों में नहीं दिया जायेगा तेल
निरीक्षण के दौरान महापौर ने राम नगीना त्रिपाठी एवं समस्त जोनल अधिकारियों को निर्देशित किया कि किसी भी स्थिति में डिब्बे या कन्टेनर में तेल न दिया जाए और दोषी पाए जाने पर सम्बंधित के विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्यवाही करने के लिए भी निर्देशित किया।
7 दिनों में सभी गाड़ियों में लगेगा जीपीएस, कंट्रोल रूम से होगी मोनिटरिंग
इसी के साथ मेयर ने नगर आयुक्त अजय द्विवेदी की कार्य शैली पर नाराजगी जताई। दरअसल मेयर ने गाड़ियों में जीपीएस सेंसर लगाने की बात पूछी तो मालूम हुआ कि कार्य धीमी गति से चल रहा है। इस पर द्विवेदी को जमकर फटकार लगाई। उधर राम नगीना त्रिपाठी ने बताया कि 800 गाड़ियों में से 150 गाड़ियों में लग पाया है जीपीएस सिस्टम। इस पर नगर आयुक्त ने राम नगीना त्रिपाठी को 7 दिनों में समस्त गाड़ियों में जीपीएस लगाने के निर्दश दिए। साथ ही आरआर विभाग में डाटा स्पेस खरीदकर कंट्रोल रूम बनाकर मॉनेटरिंग करने के लिए कहा।
बिना लॉगबुक के नहीं मिलेगा गाड़ियों को तेल
महापौर और नगर आयुक्त ने स्पष्ट निर्देश दिए कि बिना गाड़ी की लॉगबुक के किसी को भी तेल न दिया जाए। गाड़ी कितनी चली उसकी रीडिंग जरूर नोट कर ली जाए। साथ ही रीडिंग, माइलेज, कार्य आवंटन के अनुसार ही तेल आवंटित किया जाए।
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