ट्रांसफर पर कोई टिप्पणी नहीं, खत्म होगा ग्रामीण और शहरी काडर, बंद होंगे अंग्रेजी माध्यम के बेसिक स्कूल

November 27, 2021 by No Comments

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लखनऊ/कानपुर। बुधवार को बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी कानपुर में राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ उत्तर प्रदेश कानपुर संभाग द्वारा आयोजित गुरु वंदन कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि मौजूद रहे। इसके बाद विभागीय बैठक की लेकिन ट्रांसफर के मामले में कोई निर्णय नहीं बताया। उल्टे उन्होंने यह घोषणा जरूर कर दी कि नई शिक्षा नीति के अनुसार बेसिक के अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों को बंद किया जाएगा। सभी स्कूलों में मातृभाषा में पढ़ाई कराई जाएगी। 
 

BNSD शिक्षा निकेतन इंटर कॉलेज सभागार बेनाझाबर में आयोजित कार्यक्रम की शुरूआत मंत्री ने सरस्वती पूजन के साथ की। इसके बाद उन्होंने मौजूद शिक्षकों को सम्बोधित किया। इस मौके पर रोजगार मामले पर पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि एक लाख से अधिक भर्ती हो चुकी है। अब जब फिर से वैकेंसी निकलेगी, तब लोगों को रोजगार दिया जाएगा। इतना कहते ही वह वहां से निकल गए। ब्लाक से ब्लाक में ट्रांसफर को लेकर शिक्षकों की मांग पर किसी तरह की चर्चा नहीं की। हालांकि इस मौके पर यह बात जरूर बताई कि शिक्षकों का ग्रामीण से नगरीय क्षेत्र में तबादला आसान करने के लिए शहरी और ग्रामीण कैडर को खत्म किया जा रहा है। चूंकि ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षक अधिक हैं और नगरीय क्षेत्र में कम। इसलिए काडर खत्म कर नगर क्षेत्र के शिक्षकों की कमी को भी खत्म किया जाएगा। इसी के साथ उन्होंने बताया कि प्रधानाध्यापकों को टैबलेट दिए जाएंगे। इसके लिए एक समिति IIT कानपुर से राय ले रही है। इसके बाद टेंडर प्रक्रिया शुरू की जाएगी। उन्होंने कहा कि अंग्रेजी माध्यम के स्कूल भी बंद किए जाएंगे। 

गौरतलब है कि जब एक ओर बेसिक शिक्षामंत्री तमाम घोषणाएं कर रहे थे, तो दूसरी ओर जिले से जिले व ब्लाक से ब्लाक में ट्रांसफर की मांग कर रहे परेशान शिक्षक ये आस लगाए बैठे थे कि बुधवार को मंत्री इस सम्बंध में कुछ बोलेंगे, लेकिन मंत्री ने इस सम्बंध में कोई बात नहीं की। दूसरी ओर सोशल मीडिया पर शिक्षकों ने ट्वीट करते हुए लिखा कि 10 साल से उनके ट्रासफर नहीं किए गए हैं। मंत्रीजी समायोजन का धोखा न करें। खुला ब्लाक ट्रांसफर सभी शिक्षकों का किया जाए। एक अन्य ट्वीट में शिक्षकों ने कहा कि मंत्री जी केवल तारीख पर तारीख देते जा रहे हैं। आखिर टूटते सपने और टूटे हुए दिल से काम करवा के कितनी भलाई होगी बेसिक शिक्षा की। अब तो हठ छोड़िए, जीओ जारी करिए। बता दें कि पिछले कई महीनों से बेसिक शिक्षक ट्रांसफर के लिए  #upbasicblocktransfer के नाम से अभियान चला रहे हैं, लेकिन उनकी कोई सुन नहीं रहा है।