Children’s Day: बच्चे उन कलियों के समान है जिन्हें पूरी तरह से खिलने के लिए…छात्राओं ने समझा बाल दिवस का महत्व
Children’s Day: प्रतिवर्ष देश भर में 14 नवंबर के दिन को बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह उत्सव देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के जन्म दिवस के अवसर पर मनाया जाता है क्योंकि उन्हें बच्चों से बहुत अधिक लगाव था। उनका मानना था कि बच्चे ही देश का भविष्य हैं। वह अक्सर कहा करते थे कि बच्चे उन कलियों के समान है जिन्हें पूरी तरह से खिलने के लिए उचित देखभाल और पोषण की आवश्यकता होती है।
भारत के नवनिर्माण और लोकतंत्र को मजबूत बनाने में पंडित जवाहरलाल नेहरू के योगदान को देश हमेशा ही याद करता रहेगा। बाल दिवस को आयोजित करने का उद्देश्य बच्चों के अधिकारों, उनके कल्याण और उनकी प्रगति के विषय में स्वयं बच्चों और समाज को जागरूक करना भी होता है। आज बच्चों का बचपन बहुत सी चुनौतियों का सामना कर रहा है। बहुत सारे ऐसे बच्चे भी हैं जो कि स्मार्टफोन, सोशल मीडिया, तकनीकी दुनिया और कंप्यूटर के दुष्प्रभाव के चंगुल में बुरी तरह से फंस कर रह गए हैं। साथ ही स्कूल और प्रवेश परीक्षाओं की अत्यंत कड़ी प्रतिस्पर्धा, बहुत अधिक गृह कार्य तथा भविष्य की चिंताएं उन्हें बचपन की मासूमियत से दूर कर रही है।
आज का दिन उन्हें इन समस्याओं से बाहर निकालने के लिए संकल्प लेने का भी होता है। हमें बच्चों की मासूमियत, उनकी भावनाओं और विचारों का पूरा सम्मान करना चाहिए। साथ ही यह भी समझना चाहिए कि बच्चों का बचपन ही उनके जीवन की सबसे अमूल्य धरोहर है। इन्हीं विचारों के साथ बालिका विद्यालय में आज बाल दिवस को भारत विकास परिषद महिला शाखा चौक के सौजन्य से आयोजित किया गया।
विद्यालय की प्रधानाचार्य डॉ लीना मिश्र ने भारत विकास परिषद महिला शाखा चौक की अध्यक्ष कंचन अग्रवाल, सचिव मंजू अग्रवाल, कोषाध्यक्ष ज्योति अग्रवाल एवं सदस्य नीना तिवारी का विद्यालय परिसर में स्वागत किया। तत्पश्चात सभी के द्वारा मां सरस्वती की प्रतिमा तथा पंडित जवाहरलाल नेहरू के चित्र पर माल्यार्पण किया गया। उसके पश्चात वरिष्ठ शिक्षिका पूनम यादव के कुशल निर्देशन में बाल दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम का प्रारंभ हुआ।
कार्यक्रम का संचालन कक्षा 11 की छात्रा अंजलि पटेल द्वारा बखूबी किया गया। सबसे पहले सभी के द्वारा वंदे मातरम गीत गाया गया। फिर कक्षा 10 की चाहत के द्वारा आज के दिन के आयोजन के संदर्भ में अपने विचार प्रस्तुत किए गए। तत्पश्चात् नृत्य प्रतियोगिता प्रारंभ हुई। सभी छात्राओं ने पूरे हर्षोल्लास से प्रतियोगिता में प्रतिभाग किया। कक्षा 7 की जोया को प्रथम, सृष्टि को द्वितीय, कक्षा 9 की निर्मला को तृतीय तथा कक्षा 11 की कोमल, कक्षा 7 की प्रियांशी और कक्षा 8 की दिव्यांशी को सांत्वना पुरस्कार दिए गए।
इसी प्रकार से गायन प्रतियोगिता का आयोजन हुआ जिसमें कक्षा 11 की अंजलि पटेल को प्रथम, कक्षा 7 की रुखसार को द्वितीय, कक्षा 10 की दुर्गा को तृतीय तथा कक्षा 11 की शाजिया को सांत्वना पुरस्कार प्रदान किया गया। खेल प्रतियोगिता के अंतर्गत म्यूजिकल चेयर का भी आयोजन हुआ जिसमें छात्राओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। इसमें कक्षा 9 की शुभी को प्रथम, कक्षा 11 की काजल को द्वितीय, कक्षा 7 की महविश को तृतीय और नूर सबा को सांत्वना पुरस्कार दिया गया। इसके पश्चात सभी छात्राओं को खाद्य सामग्री और भारत विकास परिषद द्वारा सभी छात्राओं को मोजे वितरित किए गए।
ये भी पढ़ें-Health Tips: अगर रोज खा रहे हैं फूलगोभी…पहले जान लें क्या है नुकसान और फायदे? कहीं आपके लिए ‘जहर’ तो नहीं…