शर्मनाक: कोलकाता विधानसभा में ममता बनर्जी से रामपुरहाट हत्याकांड पर चर्चा की मांग करना भाजपा विधायकों को पड़ा भारी, सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के विधायकों ने की मारपीट व गाली-गलौज, शुभेंदु अधिकारी सहित भाजपा के पांच विधायकों को कर दिया गया साल भर के लिए निलम्बित, देखें वीडियो
कोलकाता। पश्चिम बंगाल में बिगड़ती कानून-व्यवस्था की स्थिति पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बयान की मांग करना भाजपा विधायकों को भारी पड़ गया। क्योंकि जैसे ही इसकी मांग की गई, सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के विधायकों ने भाजपा विधायकों पर हाथ उठा दिया तो भाजपा के विधायकों ने भी करारा जवाब दिया। इसके बाद दोनों पक्षों के विधायकों के बीच जमकर मारपीट और गालीगलौज से कोलकाता विधानसभा में देश का मान-सम्मान तार-तार होते दिखाई दिया।
तो दूसरी ओर भाजपा के ही विधायकों पर इसका सारा आरोप मढ़ दिया गया और शुभेंदु अधिकारी समेत भाजपा के पांच विधायकों को विधानसभा से निलंबित कर दिया गया। भाजपा विधायकों द्वारा बीरभूम हिंसा (रामपुरहाट हत्याकांड) पर नारे लगाने के बाद हंगामा शुरू हो गया, जहां पांच महिलाओं और दो बच्चों सहित दस लोगों के साथ मारपीट की गई और फिर उन्हें जला दिया गया था। यह घटना तृणमूल कांग्रेस के एक स्थानीय नेता भादू शेख के एक देशी बम हमले में मारे जाने के बाद की गई प्रतिशोध की घटना बताई जा रही है। फिलहाल कलकत्ता हाईकोर्ट के हस्तक्षेप के बाद सीबीआई हत्याओं की जांच कर रही है।
फिलहाल सोमवार को कोलकाता विधानसभा के अंदर से सामने आई तस्वीरों व वायरल वीडियो से साफ दिखाई दे रहा है कि विधायक आपस में हाथापाई करते हुए जमकर गाली-गलौज कर रहे हैं। घटना के बाद भाजपा के आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने विधानसभा में अराजकता का एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा है कि पश्चिम बंगाल विधानसभा में घोर भगदड़। बंगाल के राज्यपाल के बाद, टीएमसी विधायकों ने अब मुख्य सचेतक मनोज तिग्गा सहित भाजपा विधायकों पर हमला किया, क्योंकि वे सदन के पटल पर रामपुरहाट हत्याकांड पर चर्चा की मांग कर रहे थे। ममता बनर्जी क्या छिपाना चाहती हैं। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि मार्शल और पुलिस अधिकारी लड़ाई को रोकने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का कॉलर पकड़ने के बाद युवक ने जड़ा थप्पड़, देखें वायरल वीडियो
दोनों पक्षों ने ये लगाए एक-दूसरे पर आरोप
लड़ाई में नाक में चोट लगने के बाद तृणमूल विधायक असित मजूमदार को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने उनके चेहरे पर मुक्का मारा। इसके बाद शुभेंदु अधिकारी समेत पांच भाजपा विधायकों को पूरे साल के लिए निलंबित कर दिया गया। अधिकारी ने मीडिया से कहा कि विपक्ष ने कानून-व्यवस्था पर चर्चा की मांग की थी और सरकार ने मना कर दिया था। वे हमारे विधायकों के साथ मारपीट करने के लिए कोलकाता पुलिस के जवानों को सिविल ड्रेस में लाए थे। अधिकारी ने कहा कि विधानसभा के अंदर भी विधायक सुरक्षित नहीं हैं। मुख्य सचेतक मनोज तिग्गा सहित हमारे कम से कम 8-10 विधायकों को तृणमूल कांग्रेस के कुछ विधायकों ने पीटा। वहीं तृणमूल नेता और राज्यमंत्री फिरहाद हकीम ने पूरा दोष भाजपा पर मढ़ते हुए कहा कि हमारे कुछ विधायक सदन के अंदर घायल हो गए। हम भाजपा के इस व्यवहार की आलोचना करते हैं।
महत्वपूर्ण खबरों पर भी डालें नजर