UP Politics: मायावती का साथ छोड़ अखिलेश के पाले में आए गुड्डू जमाली की आई पहली प्रतिक्रिया, हिंदुओं को लेकर कही ये बात, देखे वीडियो, हरवा चुके हैं धर्मेंद्र यादव को
Guddu Jamali News: लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2024) से पहले उत्तर प्रदेश की राजनीति में कई उलटफेर देखने को मिल रहे हैं. राजनीतिक दलों के बीच कुनबा बढ़ाने की होड़ मची हुई है. इसी बीच बसपा (बहुजन समाज पार्टी) को भी लगातार झटके मिल रहे हैं. बसपा नेता और आजमगढ़ से लोकसभा चुनाव में प्रत्याशी रहे शाह आलम गुड्डू जमाली (Guddu Jamali) ने भी मायावती ( Mayawati ) का साथ छोड़ दिया है और अखिलेश (Akhilesh Yadav) का हाथ थाम लिया है. इसके बाद उनकी पहली प्रतिक्रिया सामने आई है, जिसमें उन्होने ऐलानिया कहा है कि समाजवादी पार्टी मे अब कुछ मिले ना मिले, लेकिन वो अब आजीवन जीवन की अंतिम साँस तक समाजवादी पार्टी के साथ रहेंगे. इसको लेकर एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
गौरतलब है कि, शाह आलम गुड्डू जमाली आजमगढ़ स्थित मुबारकपुर के निवासी हैं और 2022 में आजमगढ़ लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव में बसपा की तरफ से चुनाव लड़ा था और अखिलेश यादव के चचेरे भाई धर्मेंद्र यादव को हरवा दिया था. इस उपचुनाव में भाजपा के दिनेश लाल निरहुआ की जीत हुई थी. दरअसल कहा जाता है कि, अगर गुड्डू जमाली यहां से नहीं खड़े होते तो सपा प्रत्याशी की जीत हो सकती थी. उनको धर्मेंद्र की हार की बड़ी वजह भी माना जाता रहा है. राजनीति के जानकार अच्छी तरह से जानते हैं कि, आजमगढ़ सीट को हमेशा से सपा का गढ़ माना जाता रहा है. 2019 में इस सीट पर अखिलेश यादव को जीत मिली थी लेकिन यूपी विधानसभा चुनाव के बाद उन्होंने इस सीट से इस्तीफा दे दिया था और फिर इस सीट पर उपचुनाव हुआ था, जिसमें दिनेश लाल निरहुआ को 3,12,768 वोट मिले तो वहीं सपा उम्मीदवार धर्मेंद्र यादव को 3,04,089 वोट और गुड्डू जमाली को 2,66,210 मिले. इसी समीकरण को देखते हुए कहा जाता है कि अगर बसपा ने उन्हें खड़ा नही किया होता यहां से सपा की जीत जाती.
अखिलेश ने कहा स्वागत है
शाह आलम गुड्डू जमाली के सपा में शामिल होने के बाद समाजवादी पार्टी में खुशी की लहर है. माना जा रहा है कि उनके आने से सपा मजबूत होगी. तो वहीं अखिलेश यादव ने उनको स्वागत किया. दूसरी ओर शिवपाल सिंह यादव ने कहा है कि, “हमेशा उनका सम्मान रहेगा. आज भारतीय जनता पार्टी ने देश के सामने संकट पैदा किया है. संविधान को बदलने की नीयत है और इसी के साथ-साथ पूरी तरह से लोकतंत्र की जितनी भी मान्यताएं थी उनको समाप्त करने की कोशिश की है तो देश के बचाने का काम पीडीए के लोग करेंगे ही. पीडीए के साथ-साथ देश में सबसे दुःखी किसान, नौजवान और मुसलमान है, उसकी लड़ाई हम सब लोग मिलकर लड़ेंगे. भाजपाई राम की कसम खाते हैं लेकिन राम की झूठी कसम खाते हैं. हम भी राम को मानते हैं लेकिन हम राम के नाम पर झूठ नहीं बोलते. आज हम गुड्डू जमाली और उनके साथ आए सभी का स्वागत करते हैं.”
देखें क्या बोले गुड्डू जमाली
तो वहीं गुड्डू जमाली ने कहा कि, “मेरी परवरिश में 99 प्रतिशत दोस्त हिंदू है. मेरी ज़िन्दगी पर अगर किसी का एहसान है तो मेरे हिंदू भाइयों का है. ये फैसला किसी लोभ लालच में नहीं लिया है. ” उन्होंने आगे कहा कि, मैं पीडीए के नारे को ताकत देता उसके हां में हां मिलाता हूं.