PRAYAGRAJ:प्रयागराज हिंसा मामले में एक उपद्रवी के घर पर चला बुलडोजर, 306 की हुई गिरफ्तारी, जिलाधिकारी ने कहा विकास कार्यों के चलते ही गिराए जा रहे हैं अवैध निर्माण, देखें बुलडोजर को लेकर क्या बोले मुख्तार अब्बास नकवी, वीडियो
प्रयागराज के अटाला में गत शुक्रवार जुमे की नमाज के बाद हुए उपद्रव में गिरफ्तार किए गए उपद्रवियों के अवैध बने आवासों को गिराने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। रविवार को हिंसा के आरोपी जावेद पंप के आवाज पर बुलडोजर चलाया गया और अवैध निर्माण को धराशायी कर दिया गया। मीडिया सूत्रों के मुताबिक इस हिंसा में पुलिस जावेद को ही मास्टरमाइंड मान रही है। वहीं विपक्षियों द्वारा बुलडोजर पर किए जा रहे बवाल पर केंद्रीय कैबिनेट मंत्री ने कहा कि कार्यवाही करतूत देखकर की जा रही है।
आवास पर कार्यवाही के दौरान भारी पुलिस बल तैनात रहा। मीडिया सूत्रों के मुताबिक प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने जावेद अहमद उर्फ जावेद पम्प के घर को ध्वस्त करने के लिए पहले ही नोटिस चस्पा कर दी थी। 12 जून को घर खाली करने का नोटिस दे दिया गया था। प्राधिकरण ने कहा कि यह निर्माण अवैध रूप से किया गया है। बता दें कि हिंसा के बाद शनिवार को जावेद पंप को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। इस हिंसा में पुलिस अभी तक 300 से अधिक आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। इसी के साथ पुलिस सीसीटीवी में कैद हुए अन्य आरोपियों की तलाश भी कर रही है।
इस सम्बंध में एएनआई हिंदी को बयान देते हुए प्रयागराज जिलाधिकारी संजय कुमार खत्री ने कहा है कि प्रशासन अवैध गतिविधि और निर्माण के खिलाफ हमेशा से कार्रवाई करता रहा है। सड़क के चौड़ीकरण और विकास कार्य के लिए अवैध निर्माण के खिलाफ कार्रवाई करते रहे हैं। मामले में जावेद पंप के अवैध निर्माण को निर्धारित प्रक्रिया का पालन करते हुए गिराया गया है। इसी के साथ उन्होंने कहा कि उपद्रवी तत्व जितने भी हैं उनको हमने चिन्हित किया है। हमारे पास CCTV वीडियो है, उसके आधार पर हम लोग कार्रवाई कर रहे हैं।
वहीं प्रशांत कुमार, ADG क़ानून-व्यवस्था ने एएनआई को बयान देते हुए कहा है कि प्रयागराज में बुलडोजर की कार्रवाई क़ानून के नियमों को ध्यान में रखकर की जा रही हैं। वहां पुलिस की तैनाती बड़ी संख्या में इसलिए कर रखी है क्योंकि पिछले शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद वहां काफी लोग उपद्रव करने लगे थे। इसी के साथ उन्होंने यह भी कहा कि भीड़ हिंसक हो गई थी, जिसमें पुलिसकर्मी भी घायल हो गए थे। 10 तारीख की घटना के संदर्भ में अब तक 306 लोगों की गिरफ़्तारी की गई है। उस दौरान लगभग 13 पुलिसकर्मी घायल हो गए थे, जिनका इलाज किया जा रहा है। आज पूरे प्रदेश में स्थिति शांतिपूर्ण बनी हुई है।
इसी के साथ उन्होने कहा कि सोशल मीडिया पर जो लगातार हेट स्पीच और आपत्तिजनक पोस्ट कर रहे हैं, उस पर हम लगातार नज़र बनाए हुए हैं। ऐसे लोगों के ख़िलाफ़ FIR दर्ज़ की जा रही है और उनकी गिरफ़्तारी भी की जा रही है।
ये खबरें भी पढ़ें-