पहली पोस्टिंग पर जा रहे 26 वर्षीय IPS अधिकारी की सड़क हादसे में मौत…पिता SDM और भाई कर रहा UPSC की तैयारी
IPS Harshvardhan Singh: देश के विभिन्न हिस्सों से सड़क हादसों में जान गंवाने वालों की खबरें लगातार सामने आ रही हैं. इसी बीच एक बेहद ही दुखद खबर सामने आई है. 2023 बैच के आईपीएस अधिकारी हर्षवर्धन सिंह पहली पोस्टिंग के लिए जा रहे थे और सड़क हादसे में उनकी मौत हो गई है. मौत की खबर सुनकर पिता अखिलेश सिंह रविवार की शाम सिंगरौली से कर्नाटक के लिए निकल गए हैं।
इंजीनियरिंग के बाद हर्षवर्धन सिंह ने पहली बार में ही यूपीएससी क्रैक कर 153वीं रैंक हासिल की थी. इसके बाद उनको कर्नाटक कैडर मिला था। इस घटना के बाद से पूरे परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है. तो वहीं सोशल मीडिया पर जिसने भी इस खबर के बारे में जाना दुख व्यक्त कर रहा है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हर्षवर्धन सिंह ट्रेनिंग के बाद पहली ज्वाइनिंग के लिए जा रहे थे। इस दौरान उनकी कार का एक्सिडेंट हो गया है। वह अपने घर में बड़े बेटे थे. अभी उनकी उम्र 26 साल थी। बता दें कि आईपीएस हर्षवर्धन सिंह के पिता मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले स्थित देवसर के एसडीएम हैं। उनका नाम अखिलेश कुमार सिंह है। परिवार के करीबी लोगों ने मीडिया को बताया कि हर्षवर्धन सिंह इंजीनियरिंग के बाद यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी थी और पहली बार में ही उन्होंने यूपीएससी क्रैक कर लिया था. ट्रेनिंग के बाद वह अपनी पहली पोस्टिंग के लिए जा रहे थे।
हसन जिले में मिली थी पहली पोस्टिंग
हर्षवर्धन को कर्नाटक के हसन जिले में पहली पोस्टिंग मिली थी और वहां तैनात होने के लिए जा रहे थे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक रविवार को शाम जब हर्षवर्धन अधिकारी गाड़ी से जा रहे थे तभी हासन जिले के किट्टाने के पास टायर फट गया था और ड्राइवर ने गाड़ी पर नियंत्रण खो दिया। गाड़ी सड़क किनारे घर और एक पेड़ से इस तरह टकराई थी कि गााड़ी के परखच्चे उड़ गए और मौके पर ही हर्षवर्धन सिंह की मौत हो गई। आईपीएस हर्षवर्धन सिंह के छोटे भाई आदित्य वर्धन सिंह ने भी आईआईटी से बीटेक किया है और अब दिल्ली में रहकर यूपीएससी की तैयारी कर रहे हैं। भाई के निधन की खबर मिलने के बाद वह भी कर्नाटक के लिए रवाना हो गए हैं।
रहने वाले हैं बिहार के
आईपीएस हर्षवर्धन सिंह का परिवार मूल रूप से बिहार का रहने वाला है. सहरसा जिले के फतेपुर गांव में उनका पैतृक निवास है. पिता की पोस्टिंग एमपी में है इसलिए माता-पिता सिंगरौली में रहते थे। हर्षवर्धन बड़े थे। छोटे भाई का नाम आदित्य वर्धन सिंह है। यानी परिवार में हर्षवर्धन सिंह दो भाई थे, उनके निधन के बाद मानों परिवार पर पहाड़ टूट पड़ा. मां का रो-रो कर बुरा हाल है.