Dialysis: किडनी रोगियों के लिए बड़ी खबर… इस राज्य में डायलिसिस के लिए नहीं लगेगा एक भी रुपया; पढ़ें पूरी जानकारी
Kidney Dialysis: हरियाणा (Haryana) से किडनी (Kidney) रोगियों के लिए बड़ी राहत भरी खबर सामने आ रही है. यहां एक बार फिर से सत्ता सम्भालते ही मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने अपना पहला चुनावी वादा पूरा कर दिया है और हरियाणा सरकार ने घोषणा की है कि क्रोनिक किडनी डिजीज के शिकार रोगियों को राज्य के सभी सरकारी अस्पतालों में मुफ्त डायलिसिस (Dialysis) की सुविधा दी जाएगी।
कम होगा आर्थिक बोझ
हरियाणा सरकार की इस घोषणा के बाद स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि हरियाणा सरकार के इस निर्णय से किडनी रोगियों पर पड़ने वाले अतिरिक्त आर्थिक बोझ को कम करने में मदद मिल सकती है क्योंकि डायलिसिस उपचार बहुत महंगे हैं। क्रोनिक किडनी की बीमारी के शिकार लोगों को हर सप्ताह में दो-तीन बार डायलिसिस की जरूरत हो सकती है। किडनी फेलियर की स्थिति में डायलिसिस आपके रक्त से अपशिष्ट उत्पादों और अतिरिक्त तरल पदार्थ को साफ करने के लिए एक बहुत ही प्रभावी उपचार विकल्प है।
डायलिसिस में आता है इतना खर्चा
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी (Naib Singh Saini) अपने मंत्रिमंडल की पहली बैठक की अध्यक्षता करते हुए मीडिया को सम्बोधित किया और कहा कि मैंने कार्यभार संभालने के बाद सबसे पहली फाइल पर हस्ताक्षर किए, जो किडनी रोगियों से संबंधित निर्णय के बारे में थी। हमने चुनावों में भी यह वादा किया था। डायलिसिस का खर्च करीब 20,000 से 25,000 रुपये प्रति माह का आता है। अब हरियाणा सरकार इसका खर्च उठाएगी। सरकार के इस फैसले से राज्य में किडनी रोगियों को बड़ी राहत मिलने की उम्मीद है।
जानें क्या है डायलिसिस का काम?
बता दें कि डायलिसिस की प्रक्रिया शरीर में उसी तरह से काम करती है जैसे आपकी किडनी। कुछ लोगों को बिना किसी ज्ञात कारण के किडनी की समस्याएं हो जाती हैं। किडनी में दिक्कतों के कारण मशीनों के माध्यम से रक्त से अपशिष्ट उत्पादों और अतिरिक्त तरल पदार्थ को निकालने की जरूरत होती है. इसी प्रक्रिया को डायलिसिस कहते हैं.
जानें क्या लाभ होता है डायलिसिस से?
डायलिसिस शरीर से अपशिष्ट और अतिरिक्त तरल पदार्थ को निकालने में मदद करती है, ताकि वे शरीर में जमा न हो सकें।
किडनी के ठीक से काम न करने की स्थिति में शरीर में रसायनों को संतुलित रखने के लिए डायलिसिस किया जाता है।
डायलिसिस के माध्यम से किडनी फेलियर वाले रोगियों में ब्लड प्रेशर को भी कंट्रोल रखने की कोशिश की जाती है।
खून में पोटेशियम, सोडियम, कैल्शियम और बाइकार्बोनेट जैसे खनिजों का स्तर ठीक बनाए रखने में भी इससे मदद मिलती है।
जानें क्यों जरूरी होती है डायलिसिस?
एक्सपर्ट के मुताबिक, डायलिसिस की जरूरत उन लोगों को होती है जिनकी किडनी काम करना बंद कर देती है या फेल हो जाती है। यह किडनी की गंभीर बीमारी में किया जाने वाला एक उपचार है। इसजिन लोगों को किडनी फेलियर की समस्या होती है, उनकी किडनी रक्त को फिल्टर नहीं कर पाती है। रक्त के फिल्टर न हो पाने से खून में अपशिष्ट और विषाक्त पदार्थों की मात्रा बढ़ने लगती है जिसके कई प्रकार के दुष्प्रभाव हो सकते हैं। इसीलिए लोगों को डायलिसिस की जरूरत पड़ती.