LUCKNOW:नगर निगम में पास हुआ 21 अरब 62 करोड़ 50 लाख, लगेगी 151 फुट ऊंची लक्ष्मण जी की प्रतिमा, गरीबों को मिलता रहेगा 10 रुपए में भोजन, महिला बाजार को मिले सात करोड़, लाइसेंस के लिए बढ़ाया गया शुल्क
लखनऊ। सोमवार को लखनऊ की महापौर संयुक्ता भाटिया की अध्यक्षता में नगर निगम लखनऊ के वित्तीय वर्ष 2022-23 मूल बजट 21 अरब 62 करोड़ 50 लाख का सर्वसम्मति से पास किया गया। इस सम्बंध में कई अहम फैसले किए गए हैं, जिसमें 13 तरह के लाइसेंसों की राशि भी बढ़ा दी गई है।
इस मौके पर महापौर ने अनुसुइया रसोई में 1 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। इसके तहत 10 रुपये में जरूरतमंदों को भरपेट भोजन हमेशा मिलता रहेगा। शहर में सड़क किनारे रहने वाले एवं दिहाड़ी मजदूरों सहित जरूरतमंदों को स्वादिष्ट और पौष्टिक भोजन मात्र 10 रुपए में उपलब्ध कराने के लिए महापौर अनुसुइया रसोई के लिए बजट में 1 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया, ताकि उनको अनवरत भरपेट भोजन मात्र 10 रुपए में प्राप्त हो सकें।
महिला बाजार के लिए 7 करोड़ रुपये मंजूर
महापौर की महिलाओं को स्वावलंबी बनाने हेतु महत्वाकांक्षी योजना लखनऊ में प्रथम “महिला बाजार” के लिए नगर निगम ने 7 करोड़ रुपये की मंजूरी प्रदान की है। अब यह ‘महिला बाजार’ चारबाग में बनना प्रारंभ हो सकेगा।
लक्ष्मण प्रेरणा स्थल के लिए भी मिला बजट, टेंडर जारी करने के लिए महापौर ने दिए निर्देश, लगेगी 151 फुट ऊंची लक्षमण जी की प्रतिमा
जिन्होंने लखनऊ को बसाया, उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ जिनके नाम से जानी जाती है, आने वाली पीढ़ी को प्रेरणा देने वाला “लक्ष्मण प्रेरणा स्थल” बनाने के लिए 15 करोड़ रुपये का बजट निगम सदन ने जारी कर दिया। अब शीघ्र ही 151 फीट ऊंची लक्षमण जी की प्रतिमा का निर्माण प्रारंभ हो जायेगा।
88 गांवों को मिला 44 करोड़, महापौर कराएंगी विकास और पेयजल व्यवस्था
88 गांवों के विकास के लिए महापौर संयुक्ता भाटिया ने विकास का पिटारा खोला, नव सम्मिलित 88 गांवों में सड़क और नाली एवं अन्य विकास कार्यों के लिए 44 करोड़ रुपये महापौर के अनुमोदन पर जारी किया। महापौर ने बताया प्रत्येक गावँ में शुद्ध पेयजल के लिए आवश्यकता अनुसार समरसेविल भी अलग से लगाया जाएगा। साथ ही सफाई और लाइट पर भी खर्च किया जाएगा।
नगर निगम ने आय के श्रोतो को बढ़ाने के लिए निम्न लाइसेंस में की गई वृद्धि
बड़े मोबाइल फ़ूड बैंक – 24000 से 48000
छोटे मोबाइल फ़ूड बैंक – 1800 से 3600
ट्रैवेल हेतु छोटी कार पर शुल्क -2500
ट्रैवेल हेतु टैम्पो/ऑटो/ई-रिक्शा कार पर शुल्क -2000
ट्रैवेल हेतु बड़ी कार(एसयूवी/इनोवा/फॉर्च्यूनर/स्कोर्पियो) पर शुल्क -4000
ट्रैवेल हेतु बड़ी बस पर शुल्क -6000
ट्रैवेल हेतु मिनी बस पर शुल्क -5000
छोटा माल ढुलाई वाहन- 4000
बड़ी ट्रेवल एजेंसी पर 12000 वार्षिक शुल्क – 12000
छोटी ट्रेवल एजेंसी पर वार्षिक शुल्क -8000
लक्जरी कार एजेंसी का शुल्क – 24000
सड़क पर खड़े कमर्शियल वाहनों पर 4000 वार्षिक शुल्क।
लखनऊ विकास प्राधिकरण द्वारा चिन्हित 181 स्क्रेप स्थलों पर छोटे स्थल पर 30000, मीडियम स्थलों पर 45000 और बड़े स्थलों पर 60000 पर वार्षिक शुल्क लगाया जाएगा।
प्रिंटिंग प्रेस और प्रचार प्रसार के लिए लगाए गए पोस्टर और पम्पलेट की क्षतिपूर्ति के लिए भी शुल्क लिया जाएगा और कार्यवाही भी की जाएगी।
ये महत्वपूर्ण निर्णय भी लिए गए
नगर निगम की वित्तीय स्थिति को देखते हुए महापौर ने लंबित पड़े करोड़ों रुपए की आय को संकलित करने के लिए आय के सम्बंध में अन्य निम्न महत्वपूर्ण प्रस्ताव पास किए –
तालकटोरा रोड स्थित व्यापारियों को 2017 से 2019 तक पुराने दरों पर एवं साल 2019 से अब तक नए दरों पर किराया जमा कराने के लिए कार्यकारिणी के प्रस्ताव पर सदन ने अनुमोदन किया गया।
नगर निगम की चारबाग स्थित रिफ्यूजी मार्केट (गुरुनानक मार्केट) में पूर्व के आधार पर 2017 से लंबित किराया कैम्प लगाकर जमा कराने और नामान्तरण करने के लिए निर्देशित किया गया साथ ही सदन की आगामी बैठक में आख्या सहित प्रस्ताव प्रस्तुत करने के निर्देश भी दिए गए। ज्ञात हो कि 2017 से किराया नहीं जमा हो सका है।
ये खबरें भी पढ़ें-