नूपुर शर्मा के समर्थन में उतरे अखिल भारतीय हिंदू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता और प्रदेश अध्यक्ष को किया गया नजरबंद, दूसरी ओर भीम आर्मी ने नूपुर को लेकर दिया विवादित बयान, देखें वायरल वीडियो
लखनऊ। नूपुर शर्मा वाले मामले में विवाद दिन पर दिन गहराता जा रहा है। जहां एक ओर नूपुर से पक्ष में कई संगठन उतर आए हैं तो वहीं नूपुर से विरोध में मुस्लिम के साथ ही भीम आर्मी भी उतर गया है।
गुरुवार को लखनऊ में अखिल भारतीय हिंदू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शिशिर चतुर्वेदी और प्रदेश अध्यक्ष ऋषि त्रिवेदी को कैसरबाग पुलिस ने लालबाग वाल्मीकि मार्ग स्थित उनके आवास पर दोपहर में नजरबंद कर दिया। साथ ही घर से लेकर बाहर तक पुलिस का कड़ा पहरा लगा दिया गया। यह उस वक्त किया गया, जब वह नूपुर शर्मा के समर्थन और टीवी चैनल पर शिवलिंग को लेकर दिए जा रहे विवादित बयान के चलते प्रदर्शन करने के लिए जा रहे थे।
प्रदर्शन यात्रा शाम को केडीसिंह बाबू स्टेडियम से लेकर हजरतगंज चौराहे तक निकाली जानी थी, लेकिन इससे पहले ही उनको पुलिस ने नजरबंद कर लिया। शिशिर चतुर्वेदी ने बताया कि नूपुर शर्मा के समर्थन, सुरक्षा की मांग एवं टीवी चैनलों पर शिवलिंग को लेकर जारी हो रहे मौलानाओं, धर्म गुरुओं के विवादित बयान को लेकर उन्होंने शांति यात्रा निकालने की घोषणा की थी। इस पर दोपहर कैसरबाग थाने से बड़ी संख्या में पुलिस बल वाल्मीकि मार्ग बीसीसी बिल्डिंग स्थित उनके आवास पर पहुंचा। यहां उन्हें और प्रदेश अध्यक्ष ऋषि त्रिवेदी को नजरबंद कर दिया गया।
घर से लेकर बाहर तक पुलिस बल तैनात कर दिया गया। प्रवक्ता ने बताया कि पुलिस-प्रशासन, मौलानाओं पर कार्रवाई करने के बजाए उन्हें ही नजरबंद कर रही है, जो कि ठीक नहीं है। एसीडीपी पश्चिम चिरंजीव नाथ सिन्हा ने बताया कि धारा 144 लागू है। ऐसे में किसी को यात्रा निकालने अथवा प्रदर्शन की अनुमति नहीं है। जो भी नियम विरुद्ध काम करेगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। किसी ने भी माहौल बिगाड़ने की कोशिश की तो ठीक नहीं होगा। चाहे वह जो भी हो। तो वहीं सोशल मीडिया पर जुबानी जंग तेज हो गई है। भीम सेना के सतपाल तंवर ने नूपुर की जीभ काटकर लाने वाले को एक करोड़ देने और नूपुर को मुजरा कराने का विवादित बयान दिया है। फिलहाल इस मामले में अभी तक पुलिस की ओर से कोई कार्यवाही नहीं की गई है।