Solar Eclipse-2025: साल का पहला सूर्यग्रहण 29 मार्च को…अपने मोबाइल-टैबलेट में इस तरह देखें LIVE
Solar Eclipse-2025: साल 2025 का पहला सूर्य ग्रहण 29 मार्च यानी कल लगने जा रहा है। यह एक आंशिक सूर्यग्रहण होगा. इस तरह से चंद्रमा सूर्य को पूरी तरह से नहीं ढक सकेगा. फिलहाल ये भारत में नहीं दिखेगा. इसीलिए भारत में सूतक भी मान्य नहीं होगा. अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के अनुसार, 29 मार्च को लग रहे सूर्य ग्रहण को यूरोप, एशिया, अफ्रीका, नॉर्थ अमेरिका, साउथ अमेरिका समेत आर्कटिक सहित कई जगहों से देखा जा सकेगा।
सूर्यग्रहण का पथ भारत से होकर नहीं गुजर रहा है। मीडिय रिपोर्ट्स के अनुसार, भारत के समय अनुसार सूर्य ग्रहण दोपहर के 2:20 बजे होगा। यह ग्रहण की शुरुआत का समय होगा. शाम करीब 4:17 बजे ग्रहण अपने पीक पर होगा और आंशिक तौर पर सूर्य को ढक लेगा. शाम 6:13 बजे सूर्य ग्रहण खत्म हो जाएगा। हालांकि भारत में इसका असर नहीं होगा, फिर भी ज्योतिषआचार्य गर्भवती महिलाओं को इस दौरान खुले आकाश के नीचे न निकलने की सलाह देते हैं. इसी के साथ ही इस दौरान किसी तरह की सब्जी आदि न काटें और वे सभी सावधानियां बरतें जो सूर्यग्रहण के दौरान बरती जाती है.
मोबाइल-टैब पर इस तरह दिखेगा लाइव
चूंकि सूर्यग्रण भारत में नहीं दिखाई देगा. इसलिए इसे ऑनलाइन देखा जा सकता है. कई अंतरिक्ष एजेंसियां और ऑब्जर्वेट्री सूर्य ग्रहण की घटना को लाइव प्रसारित करती हैं। जानी-मानी वेबसाइट टाइम एंड डेट भी सूर्य ग्रहण को लाइव टेलिकास्ट करने जा रही है. टाइम एंड डेट के यूट्यूब चैनल पर जाकर सूर्य ग्रहण को लाइव देखा जा सकता है. नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करके सूर्य ग्रहण को आप अपने मोबाइल या गैजेट पर देख सकते हैं.
लाइव देखते समय पहनें ये चश्मा
एक रिपोर्ट की मानें तो, सूर्य ग्रहण को नग्न आंखों से नहीं देखना चाहिए क्योंकि इससे आंखों पर बुरा असर पड़ सकता है. इस पर सूर्यग्रहण देखते समय चश्मा लगाने की सलाह दी जाती है. फिलहाल सूर्यग्रहण को नॉर्मल चश्मों से भी देखा नहीं जा सकता. इसे केवल ISO 12312-2 मानक वाले चश्मे से ही देखा जा सकता है.
जानें कब होता है आंशिक सूर्य ग्रहण?
बता दें कि जब चंद्रमा, सूर्य और पृथ्वी के बीच आता है, तब सूर्य ग्रहण होता है लेकिन जब चंद्रमा पूरी तरह से सूर्य को नहीं ढकता है तब आंशिक सूर्य ग्रहण होता है. इस दौरान सूर्य किसी कटे हुए चांद जैसा दिखाई देता है. इस दौरान पृथ्वी पर पूरी तरह से अंधेरा नहीं होता। विज्ञान की मानें तो सूर्य के पेनम्ब्रा की छाया पृथ्वी पर पड़ती रहती है।