त्योहारी सीजन में चल रही थी भारत पर आतंकी हमले की साजिश, दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने किया नाकाम, 6 आतंकी गिरफ्तार
नई दिल्ली। मंगलवार को दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। उन्होंने पाकिस्तान स्थित एक आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ करने के बाद पाकिस्तान में प्रशिक्षित दो लोगों सहित 6 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। आगे की जांच में स्पेशल सेल जुटी हुई है।
इस सम्ंबध में दिल्ली पुलिस के एक विशेष अधिकारी ने बताया कि इसकी सूचना उन्हें केंद्रीय एजेंसियों से मिली थी कि देश के प्रमुख शहरों में आतंकवादी हमले करने की साजिश रची जा रही है। इसकी सूचना मिलने के बाद ही स्पेशल सेल को अलर्ट कर दिया गया। डीसीपी प्रमोद कुशवाहा और एसीपी हृदय भूषण और ललित जोशी की देखरेख में एक टीम गठित की गई और अभियान शुरू कर दिया गया था।
मीडिया से बात करते हुए पुलिस आयुक्त, विशेष प्रकोष्ठ, नीरज ठाकुर ने बताया कि तमाम खोजबीन के बाद मिले इनपुट के बाद इस नेटवर्क की जानकारी हुई। इस पर मंगलवार की सुबह ही हमने विभिन्न राज्यों में फैसे इसके ठिकानों पर छापेमारी की। इस तरह 6 लोगों को गिरफ्तार कर लिया और एख बड़ी साजिश से देश को सुरक्षित कर लिया, लेकिन अभी भी स्पेशल सेल संदिग्धों से पूछताछ जारी रखे हुए है और आगे की जांच की जा रही है। क्योंकि गिरफ्तार किए गए 6 में से एक व्यक्ति को देश के प्रमुख शहरों में उन स्थानों की पहचान करने का काम दिया गया था, जहां आने वाले त्योहारों में भीड़-भाड़ रहती है और आसानी से आतंकी हमला किया जा सकता है।
पकड़े गए आतंकियों ने किया खुलासा, बंगाली बोलने वाले भी ले रहे थे पाकिस्तान में प्रशिक्षण
महाराष्ट्र का रहने वाला समीर नाम का पहला युवक कोटा से उस समय गिरफ्तार किया गया जब वह एक ट्रेन में सफर कर रहा था। जबकि दो अन्य को दिल्ली में पकड़ा गया। इसी के साथ स्पेशल सेल ने उत्तर प्रदेश आतंकवाद निरोधी दस्ते (UP-ATS) के साथ मिलकर राज्य में छापेमारी की और तीन और लोगों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार किए गए 6 लोगों में से दो ने बताया कि उनको मस्कट के रास्ते पाकिस्तान ले जाया गया था, जहां उन्हें एके-47 सहित विस्फोटक और हथियारों का इस्तेमाल करने के लिए प्रशिक्षित किया गया था। प्रशिक्षण 15 दिनों तक चला।
इसके बाद वे मस्कट लौट गए। पकड़े गए आतंकियों ने खुलासा किया कि पाकिस्तान में जहां उनको प्रशिक्षण दिया गया, वहां उनके संगठन में 14-15 बंगाली भाषी व्यक्ति भी थे। इस पर ठाकुर ने कहा कि ऐसा लगता है कि सीमा पार से आतंकी ऑपरेशन को बारीकी से समन्वित किया गया था। मॉड्यूल को दो टीमों में बांटा गया था। एक टीम अंडरवल्र्ड को दी गई थी, जिसे दाऊद इब्राहिम के भाई अनीस इब्राहिम द्वारा संचालित किया जा रहा था। उन सभी का काम सीमा पार से हथियार भारत में लाना और उन्हें छुपाकर रखना था। तो दूसरी टीम को हवाला के माध्यम से धन की व्यवस्था करने के लिए कहा गया था।
अन्य खबरें-