Train Hijack: भारत में भी कई बार हाईजैक हो चुकी है ट्रेन… जानें कब-कब हुई ऐसी भयानक घटनाएं
Pakistan Train Hijack: पाकिस्तान बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) यानी बलूच विद्रोहियों ने जाफर एक्सप्रेस को हाईजैक कर करीब 400 से अधिक यात्रियों को बंधक बना लिया है और तमाम मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि विद्रोहियों से संघर्ष के दौरान करीब 11 जवान भी मारे जा चुके हैं. विद्रोहियों ने जहां महिलाओं-बच्चों को छोड़ दिया है तो वहीं ट्रेन में मौजूद आर्मी और आईएसआई अफसर को बंधक बना लिया है.
इस खबर के सामने आने के बाद ही सोशल मीडिया पर एक पुरानी खबर वायरल हो रही है जिसमें दावा किया गया है कि इसी तरह की घटना भारत में भी हो चुकी है. यानी भारत में कई बार ट्रेनों को हाईजैक किया जा चुका है. मीडिया रिपोर्ट्स के दावे के मुताबिक, 2009 और 2013 में भारत में भी ट्रेन हाईजैक की घटना हुई थी.
ट्रेन हाईजैक-2009
बता दें कि 2009 में हथियारबंद माओवादियों ने भारत में भुवनेश्वर-राजधानी एक्सप्रेस ट्रेन को जंगलमहल में करीब 300-400 माओवादियों ने हाईजैक कर लिया था और सवार सैंकड़ों यात्रियों के साथ ही रेलकर्मियों को भी बंधक बना लिया गया था. हालांकि इस घटना में किसी भी यात्री को कोई नुकसान नहीं पहुंचा था. कड़ी मशक्कत के बाद 20 पुलिसकर्मियों और करीब 150 सीआरपीएफ जवानों ने ट्रेन को आजाद कराया था. इस हाईजैकिंग की घटना के पीछे छत्रधर का नाम सामने आया था और तब कहा गया था कि उसके निर्देश पर ही इस बड़ी घटना को अंजाम दिया गया था.
ट्रेन हाईजैक-2013
2013 की 6 फरवरी को भारत में मुंबई-हावड़ा मुख्य रेलवे मार्ग पर सिरसा गेट से कुम्हारी के बीच करीब 13 किलोमीटर तक जनशताब्दी ट्रेन को हाईजैक कर लिया गया था. यह पूरा मामला जयचंद अपहरण कांड से जुड़ा था. व्यापारी जयचंद वैद्य का 2001 में अपहरण हुआ था और उनको 44 दिनों तक बंधक बनाकर रखा गया था. पुलिस ने इस घटना में उपेंद्र सिंह उर्फ कबरा को मुख्य आरोपी बनाया था. वह किसी तरह से जेल को तोड़कर भाग निकला था और फिर उसने जनशताब्दी को हाईजेक कर लिया था. इस मामले में 6 दोषियों को उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी.