GUJARAT: 11 जून को होने जा रही है एक ऐसी शादी जिसमें नहीं होगा दूल्हा, युवती अकेले ही लेगी सात फेरे, भारत के इस पहले अनोखे विवाह की जानें ये बड़ी वजह
गुजरात में 11 जून 2022 को एक ऐसी शादी होने जा रही है, जिसमें दूल्हा नहीं होगा और युवती अकेले ही लेगी सात फेरे। मतलब साफ है कि युवती खुद से ही करने जा रही है विवाह और हनीमून के लिए भी जगह तय कर ली गई है। ये खबर सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है। खबर के मुताबिक वडोदरा शहर में रहने वाली 24 वर्षीय क्षमा बिंदु 11 जून को बिना दूल्हे के पारंपरिक अनुष्ठानों के बीच विवाह बंधन में बंधने जा रही हैं। अगर आप यह सोच रहे हैं कि दूल्हा नहीं होगा तो वह फेरे किसके साथ लेंगी, तो बता दें कि क्षमा किसी युवक के साथ नहीं बल्कि खुद के साथ ही शादी करने जा रही हैं। इस अजब-गजब विवाह को देश का पहला विवाह माना जा रहा है।
न्यूज बाइटहिंदी वेबसाइट के मुताबिक TOI में प्रकाशित एक खबर की मानें तो क्षमा ने बताया कि किशोरावस्था के बाद से वह शादी नहीं करना चाहता थीं, लेकिन दुल्हन बनने का उनका सपना था। इसलिए उन्होंने खुद से ही शादी करने का निर्णय कर लिया। गुजरात में शायद ये पहली सेल्फ मैरिज या सोलोगैमी है। बता दें कि इस तरह की शादी को सेल्फ मैरिज अथवा सोलोगैमी कहते हैं। सोलोगैमी या ऑटोगैमी किसी महिला या पुरुष द्वारा खुद से ही शादी करने को कहा जाता है। सोलोगैमी का समर्थन करने वाले लोगों का तर्क है कि खुद से शादी करना खुद की अहमियत करने को दर्शाता है। इसे एकल विवाह भी कहते हैं। फिलहाल भारत में इस तरह के विवाह को कोई कानूनी मान्यता नहीं मिली है। कई लोग अपने आत्म-प्रेम और स्वतंत्रता पर जोर देने के लिए इस तरह का विवाह करते हैं।
एक निजी फर्म में काम करने वाली क्षमा ने कहा कि लोग किसी ऐसे व्यक्ति से शादी करते हैं, जिससे वे प्यार करते हैं, लेकिन इस मामले में वह खुद से प्यार करती हैं, इसलिए शादी भी खुद से ही कर रही हैं। क्षमा ने कुछ ऑनलाइन शोध भी किए कि क्या देश में किसी महिला ने खुद से शादी की है, लेकिन उसे कोई नहीं मिला। इसलिए क्षमा दावा करती हैं कि वह देश की पहली ऐसी युवती हैं, जो इस तरह की शादी कर रही हैं।
News Bytes हिन्दी के मुताबिक क्षमा कहती हैं कि उसकी इस अनोखी शादी के बारे में सुनकर अधिकांश लोगों को अजीब लग सकता है, लेकिन कुछ लोग आत्म-विवाह को अप्रासंगिक भी मान सकते हैं। फिलहाल वह अपने इस अनोखे कार्य के माध्यम से समाज को यह बताने की कोशिश कर रही हैं कि महिलाएं खुद को महत्व दें और वह महसूस करें कि वह किसी अन्य के साथ के बिना भी जिंदगी जी सकती हैं और आत्मनिर्भर भी रह सकती हैं। (फोटो न्यूजबाइटहिंदी से ली गई है)
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