FEAR OF TALIBNA: तालिबान के सामने अमेरिका ने भी टेके घुटने, देखिए क्या लिया निर्णय
नई दिल्ली। आखिरकार 20 साल बाद तालिबानियों ने अमेरिका पर फतह पा ही ली और अमेरिका ने भी उसके सामने घुटने टेकते हुए अफगान नागरिकों को तालिबानियों की बर्बरता के आगे छोड़ दिया और 20 साल बाद अपनी सेना वापस बुला ली। मंगलवार को इसकी खुशी काबुल हवाई अड्डे पर देखने को मिली, जब तालिबानियों ने आतिशबाजी कर अपनी स्वतंत्रता का जश्न मनाया। इसी के साथ अपनी जीत की घोषणा की।
कुछ यूं मनाया तालिबान ने जश्न
सोशल मीडिया पर वायरल हो रही खबरों और तस्वीरों में ये साफ जाहिर हो रहा है कि तालिबान अफगानिस्तान पर कब्जा कर कितना खुश है। मानो उसे जन्नत मिल गई हो। जैसे ही अमेरिकी सेना का आखिरी प्लेन काबुल के निकला, वहां हवाई फायरिंग की बरसात हो गई। इस बीच ये भी खबर सामने आ रही है कि तालिबानियों ने अफगान नागरिकों को सरेंडर करने के लिए प्रत्येक घरों के बाहर एक संदेश चस्पा कर दिया है और ये भी कहा है कि, जिनको उनकी सत्ता नहीं मंजूर देश छोड़कर चले जाएं। इसी के साथ मंगलवार को अमेरिकी सेना के काबुल छोड़ते ही तालिबान ने मीडिया को सम्बोधित किया और कहा है कि ये जीत सभी अफगानों की है। इसके बाद तालिबान नेता ने काबुल हवाई अड्डे के रनवे पर अपनी आजादी का जश्न मनाया।
जबीहुल्लाह मुजाहिद ने कहा कि हम पूरी दुनिया के साथ अच्छे राजनायिक संबंध बनाना चाहते हैं। तो दूसरी ओर तेजी से अफगानिस्तान के हालात बिगड़ रहे हैं। तालिबान के डर से एक महिला टीवी एंकर ने भी अफगानिस्तान छोड़ दिया। इसी के साथ सोशल मीडिया पर कई फोटो और वीडियो वायरल हो रहे हैं जो तालिबान की क्रूरता को दिखा रहे हैं। हाल ही में दुधमुंहे बच्चों की कुछ तस्वीरें वायरल हुई थीं, जो मरे हुए थे। उनको मौत के घाट तालिबानियों ने उतारा था। तो वहीं महिलाओं की स्थिति भी चिंताजनक बनी हुई है। सोशल मीडिया में वायरल वीडियो के मुताबिक यहां महिलाओं को बेचने के लिए मंडी तक लगा दी गई है। जो तालिबानियों का शरण में आ रहा है उसे जिंदगी की भीख मिल रही है, जो विरोध कर रहे हैं, उन्हें बेखौफ तालीबानी मौत के घाट उतार रहे हैं। (सभी फोटो सोशल मीडिया से ली गई हैं)
देखिए क्या कहा अमेरिका ने
अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना के हटने के बाद अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन का बयान आया। उन्होंने कहा कि तालिबान को स्वतंत्रता, आतंकवाद का मुकाबला करने, महिलाओं और अल्पसंख्यकों सहित अफगान लोगों के मूल अधिकारों का सम्मान करना चाहिए। ऐसा करके अंतरराष्ट्रीय वैधता और समर्थन प्राप्त करना चाहिए। ब्लिंकन ने कहा कि अमेरिका ने काबुल से अपनी सेना की वापसी कर ली है। इस तरह से 20 साल के युद्ध को समाप्त कर दिया।
ये भी पढ़ें-
FEAR OF TALIBNA: “मुझे भी तालिबान से डर लगता है…” कहकर महिला टीवी एंकर ने छोड़ा अफगानिस्तान