अफगानिस्तान के एक मंत्री ने शुरू किया फूड डिलीवरी का काम, साइकिल से दिखे जर्मनी में
नई दिल्ली। अफगानिस्तान पर तालिबान का कब्जा होते ही यहां के राष्ट्रपति से लेकर तमाम मंत्री देश छोड़कर अन्य देशों में चले गए और कुछ न कुछ काम भी शुरू कर दिया है। इसी तरह एक मंत्री को साइकिल से भोजन पहुंचाने का काम करते हुए जर्मनी में देखा गया। इस सम्बंध में एक फोटो सोशल मीडिया तेजी से वायरल हो रही है। इसमें एक शख्स लोगों तक साइकिल से भोजन पहुंचाने का काम करता हुआ दिखाई दे रहा है।
द इंडिपेंडेंट की रिपोर्ट का मानें तो साइकिल चलाने वाले शख्स अफगानिस्तान के पूर्व सूचना और संचार मंत्री सैयद अहमद शाह सआदत हैं, जो वर्तमान में जर्मनी के लीपजिग शहर में रह रहे हैं। यहां के एक स्थानीय पत्रकार ने उनको तब देखा जब वह अपनी साइकिल से लोगों तक खाना पहुंचाने जा रहे थे।
सआदत अफगानिस्तान के भगोड़े राष्ट्रपति अशरफ गनी की सरकार में 2018 में कैबिनेट मंत्री के तौर पर नियुक्त थे।
हालांकि सआदत ने दो साल काम करने के बाद ही इस्तीफा दे दिया था और दिसंबर में ही जर्मनी जाने के लिए अपना मुल्क छोड़ दिया था। स्काई न्यूज की रिपोर्ट ने दावा किया है कि पूर्व मंत्री ने पैसे खत्म होने के बाद फूड डिलीवरी कंपनी लिवरांडो के लिए डिलीवरी एक्जीक्यूटिव के रूप में काम करना शुरू कर दिया है। वायरल जानकारी के मुताबिक सआदत के पास ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से संचार और इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियरिंग में दो मास्टर डिग्री हैं। सआदत ने 23 साल से अधिक के करियर में सऊदी अरब सहित 13 देशों की कम से कम 20 कंपनियों के साथ काम किया है। ऐसे में उनका फूड डिलीवरी का काम करने की खबर सवाल खड़ा करती है।
बता दें कि वर्तमान में अफगानिस्तान तालीबानियों की क्रूरता का शिकार हो रहा है। तालीबानी धीरे-धीरे पूरे मुल्क पर कब्जा करते जा रहे हैं और यहां के लोगों के साथ बुरा बर्ताव कर रहे हैं। प्रतिदिन सोशल मीडिया पर वायरल हो रही फोटो और वीडियो तालीबान की क्रूरता और तानाशाही का परिचय दे रही हैं। इस बीच सआदत की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल होना किसी अन्य बात की ओर संकेत देती हैं। बता दें कि तालिबान द्वारा काबुल पर कब्जा करने से कुछ घंटों पहले ही राष्ट्रपति गनी देश छोड़कर भाग गए थे। वह अपने साथ करोड़ों रुपए भी ले गए थे। अब उनका नया ठिकाना संयुक्त अरब अमीरात बताया जाता है। इस सम्बंध में सआदत ने कहा है कि उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि एक डेमोक्रेटिक सरकार इतनी तेजी से गिर जाएगी।