CBI कोर्ट के पेशकार ने RTO कार्यालय के कर्मचारियों पर दर्ज कराया फर्जीवाड़े का मुकदमा, देखें क्या है पूरा मामला और आप भी हो जाएं अपनी गाड़ी के नम्बर को लेकर सतर्क
लखनऊ। CBI कोर्ट के पेशकार आदर्श कुमार मौर्या ने उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के सरोजनीनगर कोतवाली में RTO कार्यालय के कर्मचारियों के खिलाफ फर्जीवाड़े का मुकदमा दर्ज कराया है। मौर्या का आरोप है कि उनके बड़े भाई की बाइक के नंबर पर शहर में एक और गाड़ी चलाई जा रही है। जब इसकी जानकारी उनको हुई तो वह आश्चर्य में पड़ गए और फिर उन्होंने आरटीओ दफ्तर में शिकायत की तो कर्मचारियों ने बताया कि संज्ञान लेकर रजिस्ट्रेशन निरस्त कर दिया गया है, जबकि ऐसा हुआ नहीं था। क्योंकि जब उसी गाड़ी का चालान उनके पास पहुंचा तो इस बार की जानकारी हो गई कि कर्मचारियों ने उनसे सही बात छुपाई थी। उनका आरोप है कि यह फर्जीवाडा आरटीओ विभाग के कर्मचारियों की मिली भगत से सालों से चल रहा है।
इस मामले पर पूरी जानकारी देते हुए आदर्श कुमार मौर्या ने बताया कि वह जानकीपुरम विस्तार में रहते हैं। उनके बड़े भाई दिनेश मौर्या ने वर्ष 2008 में एक बाइक खरीदी थी। जिसका नंबर आरटीओ विभाग से यूपी 32 सीक्यू 1303 एलॉट हुआ था। भाई की गाड़ी का इस्तेमाल वह ऑफिस आने-जाने में करते थे। फरवरी 2021 में वह ऑफिस के लंच टाइम में साथी कर्मियों के साथ बैठे थे। इस दौरान सभी साथी कर्मी वेबसाइट पर अपनी गाड़ी का चालान चेक कर रहे थे। इस पर वह भी देखने लगे कि कहीं उनकी गाड़ी का भी कोई चालान तो नहीं। इस पर गाड़ी नंबर का रजिस्ट्रेशन अमरेंद्र पटेल के नाम से मिला। यह देख वह दंग रह गए। इस पर उन्होंने आरटीओ दफ्तर में इसकी शिकायत की।
इस पर कर्मचारियों ने पहले तो मामले को टालने की कोशिश की, लेकिन कई बार विभाग के चक्कर लगाने के बाद जांच की तो पता चला कि 12 दिसंबर 2016 में बाइक का रजिस्ट्रेशन अमरेंद्र के नाम से हुआ था, लेकिन उनकी शिकायत का संज्ञान लेकर रजिस्ट्रेशन निरस्त कर दिया गया है। इस पर वेबसाइट पर फिर से जब उन्होंने चेक किया तो पता चला कि गाड़ी का रजिस्ट्रेशन अब बड़े भाई दिनेश के नाम से ही हो गया है। इस तरह से काफी मशक्कत के बाद आदर्श ने सही समय पर बाइक का रजिस्ट्रेशन का कार्य ठीक करा लिया। इस तरह से वह किसी बड़े संकट में जाने से बच गए। इसी तरह आप भी अपनी बाइक, कार आदि के नम्बर की पूरी जानकारी रखें, कहीं ऐसा तो नहीं कि आपके वाहन के नम्बर पर कोई दूसरा वाहन भी रजिस्टर है। अर्थात करे कोई और भरे कोई जैसी कहावत आपके साथ भी कहीं चरितार्थ न हो जाए। इसलिए RTO की कार्यप्रणाली से सावधान रहें। (फोटो प्रतीकात्मक है और इंटरनेट मीडिया से ली गई है)
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