प्रशंसनीय: लखनऊ विश्वविद्यालय में महिला कर्मचारी ने फहराया तिरंगा, मृतक आश्रित कोटे पर मिली है नियुक्ति
लखनऊ। स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लखनऊ विश्वविद्यालय ने सराहनीय कार्य करते हुए महिला कर्मचारी अल्पना को तिरंगा फहराने का मौका दिया। अल्पना को हाल ही में मृतक आश्रित कोटे में नियुक्ति दी गई है। कोरोना की दूसरी लहर में उन्होंने अपने पति सुनील कुमार को खो दिया था। वह LU में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी थे। अल्पना के साथ ही उनका सात साल का बेटा भी मौजूद रहा।
इस सम्बंध में कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय ने बताया कि महिला कर्मचारी से झंडारोहण कराने का प्रमुख उद्देश्य महिला सशक्तिकरण और उनके स्वर्गीय पति को संकाय की तरफ से सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित करना था। इस अवसर पर विधि संकाय अध्यक्ष सीपी सिंह ने शिक्षकों कर्मचारियों एवं छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि स्वतंत्रता प्राप्ति के लिए लाखों लोगों ने अपने प्राणों की आहुति दे दी थी। उन्होंने अपने प्राण हम सब को आजादी दिलाने के लिए दिए थे। शहीदों ने अपने लिए कुछ नहीं किया, जो कुछ किया वह हम सबके लिए किया। शहीदों की भांति हम सब को भी देश और समाज के लिए कुछ ऐसा करना चाहिए, जिससे हमें याद रखा जाए।
प्रतियोगिता का हुआ आयोजन
इस मौके पर मूट कोर्ट एसोसिएशन ने 75 वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर अवतार सिंह मेमोरियल इंटर सेमेस्टर आशु भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया। इस मौके पर मुख्य अतिथि नीता कौशिक, प्रधान न्यायाधीश पारिवारिक न्यायालय फैजाबाद मौजूद रहीं। प्रतियोगिता में प्रथम स्थान निहारिका गुप्ता, दूसरा स्थान ध्रुव कृष्णा ने प्राप्त किया। दोनों विजेताओं को विधि संकाय अध्यक्ष प्रोफ़ेसर सीपी सिंह द्वारा ₹500 एवं ₹250 देकर सम्मानित किया गया। निर्णायक मंडल में प्रतीक सेठ गेस्ट फैकेल्टी लखनऊ यूनिवर्सिटी एवं शैवालिनी सिंह असिस्टेंट प्रोफेसर एमिटी यूनिवर्सिटी शामिल रहीं। प्रतिभागियों ने सोशल मीडिया, कोविड-19, जलवायु परिवर्तन लोकतंत्र जैसे अनेक विषयों पर अपने विचार प्रस्तुत किए। कार्यक्रम का संचालन लखनऊ यूनिवर्सिटी मूट कोर्ट की छात्राएं एवं मूट कोर्ट एसोसिएशन की सदस्य ख्याति राजपूत, सौम्या गौतम, खुशी जैन ने किया।