Hindu Belief: दिन में इस वक्त किसी को न दें सुई…घर में दरिद्रता का होता है वास, ढलती शाम न करें ये काम
SanatanDharma: ज्योतिष शास्त्र शाम को कई काम करने के लिए सनातन धर्म को मना करता है. मसलन शाम के समय पति-पत्नी को विवाद नहीं करना चाहिए. पितृपक्ष में तो यह गलती बिल्कुल भी नहीं करनी चाहिए क्योंकि इस समय परलोक से पितर आते हैं और यह देखकर दुखी होते हैं। शाम के समय घर में रोना और कलह करना अपशगुन माना गया है। माना जाता है कि ऐसा करने से घर में दरिद्रता का वास होता है. घर के लोगों के स्वास्थ्य पर भी असर पड़ता है।
इसके अलावा कई और परेशानियां आती हैं व धन की हानि होती है। इसलिए माना गया है कि शाम के वक्त घर का माहौल हंसी-खुशी का रखना चाहिए.
सूर्यास्त के वक्त व बाद में न करें ये काम
शाम के समय किसी को भी सुई नहीं देना चाहिए। माना जाता है कि अगर कोई ऐसा करता है तो उसके घर की सकारात्मक ऊर्जा चली जाती है और दरिद्रता का वास हो जाता है। घर के सदस्यों के बीच प्रेम भाव खत्म हो जाता है और कलह का वातावारण बनता है। आर्थिक स्थिति भी खराब होती है.
अगर घर में बच्चे हैं तो इस बात का ध्यान रखें कि वे शाम को न रोएं. ऐसा करना अशुभ माना गया है। शाम का समय पूजा-पाठ और ध्यान का होता है ऐसा बच्चों का रोना दरिद्रता लाता है और ग्रहदशा भी प्रभावित होती है। साथ ही घर के सदस्यों के बीच तनाव पैदा होता है और धन का नुकसान झेलना पड़ता है।
सूर्यास्त के बाद किसी को पैसा न दें. किसी से उधार लें और ना ही दें। धन से संबंधित जितने भी कार्य हैं, उसे हमेशा सुबह करना चाहिए या फिर दिन में ही कर लेना चाहिए. शाम के वक्त धन का लेन देन करने से घर में बरकत नहीं होती. लक्ष्मी जी रूठ जाती हैं.
संध्याकाल के समय भोजन करने से भी बचना चाहिए। महाभारत के अनुशासन पर्व में बताया गया है कि शाम के समय भोजन करने से उम्र घटती है। साथ ही स्वास्थ्य पर भी इसका असर पड़ता है। क्योंकि इस समय भोजन करने से इसका सीधा प्रभाव मन और मस्तिष्क के साथ पाचन क्रिया पर भी पड़ता है। शास्त्रों में बताया गया है शाम के समय भोजन करने से धन का नाश होता है और शरीर में कई रोग जन्म लेते हैं।
शाम के समय किसी को भी लहसुन प्याज न दें. अगर जरूरत है तो बाजार से खरीद लें. सुबह के समय इन चीजों को दे सकते हैं लेकिन शाम के समय ऐसा नहीं करना चाहिए। शाम के समय घर से इन चीजों को निकालना अशुभ माना गया है। माना जाता है कि इससे आर्थिक स्थिति भी खराब हो सकती है.
DISCLAIMER:यह लेख धार्मिक मान्यताओं व धर्म शास्त्रों पर आधारित है। हम अंधविश्वास को बढ़ावा नहीं देते। पाठक धर्म से जुड़े किसी भी कार्य को करने से पहले अपने पुरोहित या आचार्य से अवश्य परामर्श ले लें। KhabarSting इसकी पुष्टि नहीं करता।)